- Advertisement -
Budget session: शिमला। सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा है कि उनका कोई भी रिश्तेदार शराब के कारोबार में शामिल नहीं है और न ही प्रदेश सरकार द्वारा गठित ब्रेवरीज कॉरपोरेशन के लिए शराब की आपूर्ति कर रहा है। उन्होंने कहा है कि कॉरपोरेशन को शराब की आपूर्ति सीधे शराब निर्माताओं द्वारा की जा रही है और सरकार की पारदर्शी नीति के चलते निगम को अभी तक 4 सौ करोड़ रुपए से अधिक का शुद्ध लाभ हो चुका है।
वे आज विधानसभा में विपक्ष द्वारा पुलिस और संबद्ध संगठनों को लेकर लाए गए कटौती प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए बोल रहे थे। वीरभद्र सिंह ने कहा कि ब्रेवरीज कॉरपोरेशन का गठन प्रदेश सरकार का एक क्रांतिकारी कदम है और इसके गठन से प्रदेश में शराब के कारोबार पर महज से 5 से 10 घरानों का चल रहा एकछत्र राज खत्म हो गया है। इन घरानों ने निगम को विफल करने की पूरी कोशिश की, लेकिन सरकार ने इनके इरादों को सफल होने नहीं दिया। उन्होंने विपक्ष के माफियाराज के आरोपों पर जवाबी हमला बोला और कहा कि वास्तव में माफिया पूर्व बीजेपी शासनकाल में हावी था, जो आज विपक्ष में बैठा है। उन्होंने यह भी कहा कि माफिया के आरोप लगाना ठीक बात नहीं है और शब्दों का सही प्रयोग होना चाहिए।
सीएम ने कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि असामाजिक तत्वों को सख्ती से रोका जाए। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में अपराध पहले से कम हुए हैं और जो मामले दर्ज किए गए, उनकी गहराई से जांच हुई और ज्यादा से ज्यादा लोगों को दंडित किया गया। इससे पूर्व कटौती प्रस्ताव पेश करते हुए बीजेपी सदस्य महेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में बड़े पैमाने पर माफियाओं के सक्रिय होने का आरोप लगाया और कहा कि इनमें तबादला माफिया लेकर, खनन, वन, शराब और भू माफिया शामिल है।
उन्होंने कहा कि सीएम कार्यालय से डीओ नोट तक गायब हो जाते हैं। एनएसयूआई के नौजवान की डीओ नोट चोरी होने में संलिप्तता पाई गई, लेकिन आज दिन तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हिमाचल में माफिया का राज चल रहा है। पड़ोसी राज्य की तर्ज पर यहां भी ड्रग माफिया सक्रिय है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में खनन माफिया हावी है। जब पुलिस को सूचना दी जाती है तो वह कहती है कि ताकत नहीं है, लेकिन जब पुलिस को खनन माफिया फोन करता है तो खच्चरों तक के चालान कर दिए जाते हैं।
महेंद्र सिंह ने प्रदेश में हाइडल माफिया के सक्रिय होने की बात भी कही। उन्होंने आरोप लगाया कि हाइडल प्रोजेक्टों में अभी तक 1500 से 2000 लोग लापता हो चुके हैं, लेकिन अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर पद खाली होने की बात कही और कहा कि जब तक पुलिस में भर्ती नहीं होगी, तब तक कानून व्यवस्था को बनाए रखना मुश्किल होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि होमगार्ड जवानों को सुप्रीमकोर्ट के आदेशों के बावजूद वे लाभ नहीं दिए जा रहे, जिनके लिए वे पात्र हैं।
बीजेपी सदस्य सुरेश भारद्वाज ने शिमला में अफगान छात्रों की पिटाई, युग अपहरण और हत्या मामले सहित ध्रुव लखनपाल की गुमशुदगी का मामला उठाया और कहा कि शांति प्रिय देवभूमि में मैदानी इलाकों की तर्ज पर अपराध हो रहे हैं, जो चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि पुलिस का कानून व्यवस्था को लेकर जो डर होना चाहिए, वह खत्म हो चुका है। विपक्ष द्वारा पुलिस और संबद्ध संगठनों को लेकर लाए गए कटौती प्रस्ताव पर चल रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए भारद्वाज ने यह भी कहा कि युग मामले में हर रोज सुनवाई के खिलाफ आरोपी ही सुप्रीमकोर्ट पहुंच गए, लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से वकील तक वहां आरोपियों का विरोध करने के लिए खड़े नहीं हुए।
भारद्वाज ने कहा कि यदि राजधानी में ही कानून व्यवस्था की यह स्थिति है तो बाकी जगह क्या स्थिति होगी, इसका स्वतः ही अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सोलन के स्पाटू में आईएसआईएस के पोस्टर लगते हैं, इसका पता नहीं लगता। कालाअंब में बारूद मिलता है, इसकी भी कोई जानकारी नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि बंजार में आईएसआईएस का एक संदिग्ध छह माह तक रहता है। इससे कानून व्यवस्था का पता चलता है। बीजेपी सदस्य डॉ. राजीव बिंदल ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए राज्य के सीमांत इलाकों में पड़ोसी राज्यों से बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी का मामला उठाया और कहा कि यह सब पुलिस की मिलीभगत से चल रहा रहा है।
- Advertisement -