- Advertisement -
सुंदरनगर। कोरोनावायरस( Coronavirus) को लेकर जहां केंद्र सरकार और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है। वहीं प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना वायरस के लेकर बरती जा रही एहतियात को लेकर किए गए दावों की पोल उस समय खुली जब निजी बस में विदेशी व बाहरी राज्यों के पर्यटक सभी नाके पार करते हुए सुंदरनगर ( Sundernagar) तक पहुंच गए। बसों में बैठे इन लोगों को प्रशासन ने सुंदरनगर डिपो की बस में बैठाकर हिमाचल के बॉर्डर स्वारघाट तक वापस भेजा।
निजी बसों की लापरवाही का यह मामला मंडी जिला के सुंदरनगर में पेश आया है। हिमाचल आने वाली पर्यटकों और परिवहन निगम की बसों को बस स्टैंड पर नाका लगाकर देर रात 1 बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक एसडीएम राहुल चौहान के नेतृत्व में डॉक्टरों व पुलिस टीम जांच चल रही थी। इस दौरान हरियाणा रोडवेज की बस में 2 मुंबई निवासी, 20 नेपाली, 6 केरल और 5 इजराइली लोग थे। ये सभी लोग मनाली जा रहे थे। सुंदरनगर प्रशासन ने इन सभी को सुबह 5 बजे सुंदरनगर डिपो की बस में वापस भेजा तथा हिमाचल के बॉर्डर स्वारघाट तक का किराया भी खुद प्रशासन ने वहन किया। एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर एतिहात बरतने के लिए सुंदरनगर प्रशासन 24 घंटे तैयार है। उन्होंने कहा कि बीती देर रात से सुबह तक बाहरी राज्यों से आने वाली बसों की गहन जांच की गई। उन्होंने कहा कि विदेशी व बाहरी राज्यों से आए हुए पर्यटकों को वापस भेज दिया गया है। जाहिर है कि प्रदेश में बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के आने पर रोक लगाई गई है। इन सब के बावजूद इन पर्य़टकों का बिलासपुर से निकल कर सुंदरनगर तक पहुंचना लापरवाही को दर्शाता है।
- Advertisement -