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कृषि मंत्री Markanda का रास्ता रोकने के मामले में पुलिस कर्मियों समेत आधा दर्जन लोगों पर Case
Last Updated on June 12, 2020 by Sintu Kumar
कुल्लू। जयराम सरकार में कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय (Agriculture Minister Ramlal Markanda) को ही इलाके में एंट्री नहीं दिए जाने के मामले में पुलिस ने करीब आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उसमें कुछ सरकारी कर्मचारियों का भी नाम शामिल है। पुलिस द्वारा इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है। इस बाते में जानकारी देते हुए एसपी लाहुल-स्पीति राजेश धर्माणी ने बताया कि घटना में संलिप्त करीब आधा दर्जन लोगों के खिलाफ रास्ता रोकने और सरकारी अधिसूचना के उल्लंघन पर धारा 143 और 341 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच में सामने आया है कि विरोध प्रदर्शन में पुलिस के अलावा कई अन्य सरकारी कर्मचारी भी शामिल थे।
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ग्रामीणों ने रामलाल मार्कंडेय के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए थे
बता दें कि प्रदेश के एक मात्र कोरोना मुक्त जिले लाहुल-स्पीति (Lahul-Spiti) में लोगों ने कोरोना नियमों की सख्ती का हवाला देते हुए कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय को उनके ही इलाके में एंट्री करने से रोक दिया था। इस दौरान स्पीति में नेशनल हाईवे-5 (National Highway-5) पर ग्रामीणों ने रामलाल मार्कंडेय के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए थे। स्थानीय महिला मंडलों की सैकड़ों महिलाओं ने रास्ता रोककर मंत्री के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाजी की थी और उनको वापस जाने को मजबूर कर दिया था। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया था, जो कि सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ है। अब पुलिस इसी वीडियो की मदद से इस मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने में जुटी हुई है। एसपी लाहुल-स्पीति राजेश धर्माणी ने कहा है कि स्पीति में लोगों ने जिस तरह मंत्री की घेराबंदी की है, वह सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन है।