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Viral Audio मामला : केंद्रीय मंत्री पर विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप, दो के खिलाफ केस दर्ज
Last Updated on July 17, 2020 by
जयपुर। राजस्थान की राजनीति में इन दिनों वायरल ऑडियो (Viral Audio) को लेकर खूब बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है, वहीं बीजेपी ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। इसी बीच अशोक गहलोत की सरकार को गिराने और विधायकों की खरीद-फरोख्त करने के आरोप में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, संजय जैन के खिलाफ जयपुर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने केस दर्ज कर लिया है। इसके अलावा भंवर लाल पर भी केस दर्ज किया गया है। हालांकि केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि ऑडियो फर्जी है और मैं जांच के लिए तैयार हूं। राजस्थान एसओजी (Rajasthan SOG) के एडीजी अशोक राठौड़ ने पुष्टि करते हुए कहा कि महेश जोशी ने दो शिकायतें दर्ज कराई हैं। यह शिकायत वायरल ऑडियो को लेकर दर्ज कराई गई है। हमन सेक्शन 124ए (राजद्रोह) और 120बी (साजिश रचने) में दो मामले दर्ज कर लिए हैं। ऑडियो क्लिप के सत्यता की जांच की जा रही है।
कांग्रेस ने एक ऑडियो क्लिप (Audio clip) का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर सीधा हमला बोला है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि शेखावत राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हैं और बीजेपी को उन्हें पद से बर्खास्त करना चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कल शाम दो सनसनीखेज और चौंकाने वाले ऑडियो टेप मीडिया के माध्यम से सामने आए। इन ऑडियो टेप से कथित तौर पर केंद्रीय कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा और बीजेपी नेता संजय जैन की बातचीत सामने आई है।
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इस तथाकथित बातचीत से पैसों की सौदेबाजी व विधायकों की निष्ठा बदलवाकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार गिराने की मंशा और साजिश साफ है। यह लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय है। हालांकि कथित ऑडियो टेप का हवाला सुरजेवाला ने दिया उसे बीजेपी और विधायक भंवर लाल शर्मा पहले ही खारिज कर चुके हैं। इससे पहले कांग्रेस ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बागी हुए विधायकों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए विधायक विश्वेंद्र सिंह व भंवर लाल शर्मा की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी है। उल्लेखनीय है कि विधायक सिंह व शर्मा दोनों ही सचिन पायलट खेमे के हैं। सिंह को पायलट का करीबी माना जाता है और पार्टी ने पायलट सहित जिन तीन मंत्रियों को पद से हटाया उनमें वह भी शामिल हैं।