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Mandi के गोहर में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र मामले का पर्दाफाश, 6 लोगों पर FIR
Last Updated on March 8, 2020 by Deepak
संजीव कुमार/गोहर (मंडी)। जिला के गोहर उपमंडल में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र बांटने का मामला सामने आया है। जिन लोगों ने फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र प्राप्त किए हैं उनके खिलाफ गोहर थाना पुलिस ने एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है। पुलिस इस मामले के मुख्य सरगना की तलाश में जुट गई है। पुलिस ने यह सारी कार्रवाई सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के जिला कल्याण अधिकारी की शिकायत पर की है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा-
तहसील कल्याण अधिकारी गोहर के कार्यालय में कुछ ऐसे लोग अपने दिव्यांग प्रमाण पत्र लेकर पहुंचे जो पूरी तरह से स्वस्थ थे और उनका 60 प्रतिशत से अधिक का दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किया गया था। इस पर अधिकारी को संदेह हुआ और उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को चिट्ठी लिखकर प्रमाण पत्रों का ब्यौरा मांगा। स्वास्थ्य विभाग ने प्रमाण पत्रों को फर्जी करार दे दिया।
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इस पर जिला कल्याण अधिकारी ने एसपी मंडी को लिखित में शिकायत दी और एसपी मंडी ने गोहर थाना प्रभारी को मामला दर्ज करके कार्रवाई के आदेश दिए। गोहर थाना प्रभारी सूरम सिंह ने आईपीसी की धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। यह वो 6 लोग हैं जो अपना फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र लेकर विभाग के कार्यालय में गए थे। एसपी मंडी (Mandi) गुरदेव शर्मा ने मामला दर्ज होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इन 6 लोगों से पूछताछ की जाएगी कि इन्होंने यह फर्जी प्रमाण पत्र कहां से बनवाया और उसी आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
क्यास लगाए जा रहे हैं इस तरह के फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने के पीछे किसी गिरोह का हाथ है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि एक फर्जी प्रमाण पत्र की एवज में 10 से 15 हजार की राशि ली जाती थी। पुलिस अभी मामले की गंभीरता को देखते हुए कुछ अधिक नहीं बोल रही है, लेकिन इतना भरोसा जरूर दिला रही है कि मुख्य सरगना जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा।