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Breaking : छात्रवृत्ति घोटाले में CBI ने ऊना में छात्रों से की पूछताछ
Last Updated on February 5, 2020 by
ऊना। बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई (CBI) की टीम ने आज ऊना में कुछ युवकों के बयान कलमबद्ध किए हैं। दरअसल कुछ दिन पहले ही ऊना मुख्यालय पर सीबीआई की टीम ने एक निजी शिक्षण संस्थान (Private educational institution) में दबिश देकर कार्रवाई की थी। इस दौरान इसी शिक्षण संस्थान के तार नाहन में भी जुड़े थे, जिसमें खुलासा हुआ था कि ऊना के कुछ युवकों को नाहन में छात्र बताकर छात्रवृत्ति हड़पी है।
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आज जांच के दौरान सीबीआई की टीम ने युवकों के बयान कलमबद्ध किए हैं। सूत्रों की मानें तो जांच के दौरान कुछ दस्तावेज (Document) फर्जी प्रतीत हो रहे हैं। सीबीआई टीम ने आज ऊना पहुंचकर युवकों से पूछताछ की और उनके बयान कलमबद्ध करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
शिक्षा विभाग में 260 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। सरकार की सिफारिश पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद हिमाचल में शिमला, सिरमौर, ऊना, बिलासपुर, चंबा और कांगड़ा के अलावा करनाल, मोहाली, नवांशहर, अंबाला और गुरदासपुर स्थित कई शैक्षणिक संस्थानों पर की गई।
जाहिर है कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय की शिकायत के बाद शिक्षा विभाग ने जांच की तो साल 2013-14 से 2016-17 तक 2.38 लाख एससी, एसटी और ओबीसी के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति जारी करने के दौरान हुई गड़बड़ी की बात सामने आई। इसी दौरान 2772 शिक्षण संस्थानों को छात्रवृत्ति बंटी, जिसमें 266 निजी शिक्षण संस्थान शामिल थे।निजी संस्थानों को 210 करोड़ और सरकारी संस्थानों को 56 करोड़ की राशि दी गई। 2.38 लाख विद्यार्थियों में से 19915 को चार मोबाइल फोन नंबरों से जुड़े बैंक खातों में राशि जारी की गई। मामला बड़े शिक्षण संस्थानों व दूसरे राज्यों से भी जुड़ा था, ऐसे में सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी।