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Gudiya Murder Case : शिमला। सीबीआई ने गुड़िया मर्डर केस में दो अलग-अलग केस दर्ज कर जांच तेज कर दी है। सीबीआई ने दो मामलों में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है। गुड़िया से दुष्कर्म और हत्या में आईपीसी की धाराओं 302, 376 और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। जबकि आरोपी की हिरासत में हत्या मामले में आईपीसी की धारा 302 के अंतर्गत मामला दर्ज हुआ है। सीबीआई ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दिल्ली में मामले दर्ज किए हैं। मामले दर्ज होते ही सीबीआई की टीम कोटखाई के लिए रवाना हो गई है।
बता दें कि गुड़िया मर्डर केस की जांच को लेकर हाईकोर्ट के आदेशों के बाद सीबीआई ने एसपी चंडीगढ़ राम गोपाल की अगुवाई में तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की है। इसमें एक एएसपी और एक डीएसपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं।
सीबीआई की टीम बीते कल ही शिमला पहुंच गई थी और आज टीम ने मामले की तमाम जानकारी इकट्ठा की है। सीबीआई की टीम ने आज इस मामले में पुलिस द्वारा की गई जांच का बारीकी से अध्ययन किया। इसके बाद उक्त मामले दर्ज कर जांच तेज कर दी है। अब गुड़िया मर्डर केस में सबकी नजरें सीबीआई की जांच पर टिकी है। बताया जा रहा है कि कल सीबीआई की टीम कोटखाई का दौरा कर सकती है। साथ ही कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा सकती है। बता दें कि गुड़िया मर्डर केस में पुलिस जांच पर सवालिया निशान उठाए जा रहे थे। उसके बाद सरकार ने यह जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश की थी।
दिल्ली से सीबीआई के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि हिमाचल हाईकोर्ट के 19 जुलाई के आदेशों के बाद जांच एजेंसी ने एसपी की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया है। सीबीआई ने एफआईआर नंबर 97 के तहत यह मामला दर्ज किया है, जबकि दूसरा मामला गुड़िया मामले में आरोपी नेपाली मूल के सूरज की पुलिस लॉकअप में हत्या को लेकर दर्ज किया गया है। यह मामला एफआईआर नंबर 101 के तहत दर्ज किया गया है। सीबीआई ने पूर्व में कोटखाई थाना में दर्ज दोनों मामलों के आधार पर ही एफआईआर दर्ज की हैं। सीबीआई के मुताबिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मृतक पीड़िता के पिता के बयानों के आधार पर मामला दर्ज हुआ। प्रवक्ता के मुताबिक एसआईटी घटना स्थल की ओर रवाना हो गई है।
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