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पुनीत शर्मा/चंबा। प्रदेश में कानून-व्यवस्था को देखने वाली प्रदेश पुलिस चंबा में सरहद पर भी प्रहरी का फर्ज निभा रही है। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में किसी भी आतंकी आहट से सतर्क हो जाने वाली पुलिस फोर्स हाई अलर्ट पर है। कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) की और से हलचल को लेकर यहां अतिरिक्त पुलिस (Police) बल तैनात किया गया है। इस सरहद में चहल-कदमी जारी रहती है।
सीमांत क्षेत्र के समुदाय विशेष की जहां जम्मू-कश्मीर में रिश्तेदारियां हैं तो वहीं जम्मू के बकरवाल समुदाय के लोग भी रोजगार के लिए चंबा आते-जाते हैं। साल 1998 में इसी सरहद से वो आतंकी भी आए थे, जिन्होंने सतरुंडी-कालाबन में 35 लोगों को मारा था। जाहिर है तब से इस सीमा की चहल-कदमी के आतंकी साजिश होने की संभावना से सुरक्षा बढ़ा दी गई। बताते चलें कि चंबा-जेएंडके बॉर्डर (Chamba-J&K border) पर आईआरबी की 13 चौकियां इस संवेदनशील सीमा की रक्षा करती हैं। हिमपात के दिनों में इन्हें निचले क्षेत्रों में शिफ्ट किया जाता है।
अतीत में आईटीबीपी (ITBP) इस सरहद की निगरानी करती थी, लेकिन अब पिछले लंबे अरसे से हिमाचल पुलिस यहां कानून एवं व्यवस्था की बजाए आंतरिक सुरक्षा पर नजर रखे है। सतरुंडी-कालाबन में 21 साल पहले इसी सरहद से आए एक आतंकी गुट के 35 लोगों की निर्मम हत्या से पूरा देश दहल गया था। उसके बाद से यहां सुरक्षा पर नजर कड़ी करने के लिए आईटीबीपी की तैनाती की गई थी। वर्तमान में पुलिस की आईआरबी के जवान यहां आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही है। उधर इस संदर्भ में जब एएसपी चंबा रमन शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सीमा पर तैनात पुलिस बल को 25 फीसदी बढ़ाकर हाई अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि चंबा-जम्मू सीमा पर पूरी चौकसी बरती जा रही है।
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