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Himachal BJP में मच गई भागमभाग, एक के बाद एक खुली बगावत ने बढ़ाया सिरदर्द-देखें वीडियो
Political Crisis : शिमला। बीजेपी (BJP) ने कांग्रेस के बागियों को टिकट तो दे दिए मगर भगवां पार्टी के सामने अपनों को मनाने की बड़ी चुनौती खडी हो गई। बीजेपी के सामने अपने पहले से स्थापित नेताओं की महत्वाकांक्षाएं बीजेपी के आड़े आ रही हैं। बागियों को टिकट देने के बाद बीजेपी एक तरह से बैकफुट पर दिख रही है,जबकि कांग्रेस (Congress) उसे भुनाने का प्रयास कर रही है। वहीं, निर्दलियों के अभी इस्तीफे मंजूर नहीं हुए पर भगवा पार्टी के नेता अभी से नाराजगी जताने लगे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण बीते कल नालागढ में देखने को मिला है।
लखविंदर राणा से डरे बीजेपी नेता
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल (Dr Rajeev Bindal) के सामने ही मंच पर पूर्व विधायक लखविंदर राणा (Lakhwinder Rana) ने जिस तरह से संबोधन किया,वह बीजेपी के नेताओं के लिए बहुत बडा चैलेंज दिख रहा है। कैसे अपनों को बांध कर संभालकर रख पाएंगे। बीजेपी को अब इस बात की भी चिंता सताने लगी है कि उन विधानसभा क्षेत्रों में भितरघात या ओपन बगवात का सामना करना पड सकता है, जिनमें वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में बीजेपी के प्रत्याशी चुनाव हारे हैं। इन हारे हुए नेताओं को यह चिंता सताने लगी है कि बागियों और निर्दलियों को विधानसभा प्रत्याशी बनाए जाने से उनके भविष्य का क्या होगा। इन बीजेपी नेताओं पर अब कांग्रेस पार्टी की पैनी नजर है।
बीजेपी के नाराज नेताओं को लेने की तैयारी में कांग्रेस
बीजेपी के बगावत पर उतर आए नेताओं को कांग्रेस में शामिल करने के लिए आज चंडीगढ़ में मंत्रणा होने वाली है। सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) इशारों-इशारों में इस बात को स्पष्ट कर गए हैं। लाहुल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मंत्री डॉ रामलाल मार्कंडेय (Dr. Ramlal Markandey) ने समर्थकों के साथ इस्तीफा (Resign) देकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। कांग्रेस में जाने का भी संकेत दिया है। कुटलैहड़ से पांच बार विधायक रहे (Virender Kanwar) वीरेंद्र कंवर के समर्थक भी खुश नहीं हैं। वह कुटलैहड़ नए प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्टो (Devendra Kumar Bhutto) के स्वागत कार्यक्रम में शामिल नहीं होकर नाराजगी के संकेत दे चुके हैं।
चंडीगढ़ बैठक पर सबकी नजरें
नालागढ़ के निर्दलीय विधायक केएल ठाकुर (KL Thakur) के बीजेपी में शामिल होने के बाद विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी रहे लखविंदर राणा ने उनसे धोखा होने की बात कही और वह पार्टी के मंच पर ही भावुक हो गए। उन्होंने तो बीजेपी में आने को ही अपनी बडी गलती माना है। देहरा से होशियार सिंह (Hoshiar Singh) के बीजेपी में शामिल होने से रमेश धवाला व रविंद्र रवि (Ravinder Ravi) भी नाराज दिख रहे हैं। चैतन्य शर्मा के बीजेपी में शामिल होने के बाद राकेश कालिया (Rakesh Kalia)ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसी तरह कुछ अन्य भी बगावत करने को उतारू हैं। इन सबसे बीजेपी कैसे पार पा पाती है,ये देखने वाली बात होगी। आज कांग्रेस चंडीगढ़ में होने वाली बैठक में क्या रणनीति बनाती है,इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।