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पीएम मोदी की रैली को कवर करने के लिए पत्रकारों से मांगा करेक्टर सर्टिफिकेट
बिलासपुर। पीएम नरेंद्र मोदी कल यानी 5 को हिमाचल दौरे पर आ रहे हैं। सबसे पहले पीएम बिलासपुर आएंगे और फिर कुल्लू। लेकिन पीएम के प्रस्तावित दौरे से पहले कुछ ऐला हुआ जो नहीं होना चाहिए था । हुआ ये कि पीएम नरेंद्र मोदी की रैली को कवर करने के लिए पत्रकारों से करेक्टर सर्टिफिकेट मांग लिया। बात सोशल मीडिया में पहुंची तो जाहिर है किरकिरी भी जम कर हुई, कांग्रेस में भी तुरंत निशाना साधा और आदेश भी वापस लेने पड़े। यहां तक की डीजीपी को सफाई देने के लिए मैदान में उतरा पड़ा। चलिए बताते है आप को पूरा माजरा क्या था।
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https://twitter.com/sanjaykunduIPS/status/1577204002080845824
हुआ ये कि बिलासपुर जिला पुलिस की ओर से पीएम की रैली की कवरेज के लिए 29 सितंबर को डीपीआरओ को पत्रकारों से उनके चरित्र सत्यापन का प्रमाण पत्र देने के लिए एक पत्र जारी किया गया। लेकिन जब सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से इन आदेशों की आलोचना होने लगी तो आज पुलिस ने इन आदेशों को वापस ले लिया।वहीं पूरे मामले पर डीजीपी संजय कुंडू ने खेद जताते हुए ट्वीट किया- सभी पत्रकारों का 5 अक्तूबर को प्रस्तावित पीएम मोदी की रैली में स्वागत है। हिमाचल प्रदेश पुलिस पत्रकारों को कवरेज की सुविधा प्रदान करेगी। किसी भी असुविधा के लिए खेद है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा ने ट्वीट कर इन आदेशों की आलोचना की। लिखा कि चरित्रहीन बीजेपी नेता हिमाचल के चरित्रवान पत्रकारों से चरित्र प्रमाणपत्र मांग रहे हैं। उधर कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा कि इतिहास में पहली बार प्रदेश में इस तरह की तानाशाही देखने को मिली हैं। पत्रकारों को चरित्र प्रमाण पत्र दिखाने को कहना प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला हैं। बीजेपी सरकार बौखलाहट में ऐसे आदेश जारी कर रही हैं। बीजेपी सरकार अहंकार में ऐसे आदेश जारी कर रही हैं कांग्रेस इसकी निंदा करती हैं।