- Advertisement -
नई दिल्ली। अब दवाइयों (medicines) की असलियत का पता लगाना बेहद आसान होगा। अब आप अपने मोबाइल फोन (Mobile Phone) से पता लगा पाएंगे कि आपकी खरीदी हुई दवाई असली है या नहीं। दरअसल, फार्मास्यूटिकल विभाग (Pharmaceutical department) ने सभी दवाओं पर QR कोड लगाने के निर्देश जारी किए है।
यह सरकारी अस्पतालों (Governmenmt Hospitals), जन औषिधि स्टोर पर सप्लाई की जाने वाली दवाइयों पर 1 अप्रैल 2019 से QR कोड अनिवार्य होगा जबकि बाजार में बिकने वाले दवाइयों के लिए QR कोड 1 अप्रैल 2020 से लागू होगा। QR कोड में दवा की पूरी जानकारी छिपी होगी। इससे बैंच नंबर, सॉल्ट, कीमत की जानकारी मिलेगी। मोबाइल से QR कोड स्केन करने पर दवा की पूरी जानकारी मिलेगी। भारत (India) नकली दवाओं का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है। भारत में 25 फीसदी के करीब दवाइयां नकली है। देश में 10 में से 1 दवा नकली है।
- Advertisement -