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नई दिल्ली। आईएनएक्स मीडिया केस (INX Media Case) में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम (Chidambaram) खुद सीबीआई हिरासत में बने रहना चाहते हैं। सिर्फ चिदंबरम ही नहीं बल्कि उनके वकील भी यही चाहते थे कि वे सीबीआई हिरासत में रहें। क्योंकि, अब हालात ऐसे हैं कि अगर सीबीआई हिरासत (CBI Custody) से बाहर हुए तो वे सीधे तिहाड़ पहुंच जाएं। इसलिए उनके वकीलों (Lawers) ने भी चिदंबरम को सीबीआई हिरासत में ही रहने की पेशकश सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में कर दी, लेकिन इसका कुछ फायदा नहीं हुआ।
सुप्रीम कोर्ट में चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल उनको स्पेशल कोर्ट की हिरासत में रखने का पुरजोर विरोध कर रहे थे। वही, अब सुप्रीम कोर्ट के उन्हें सीबीआई हिरासत में रखे जाने की अपील कर रहे हैं। वकीलों का कहना है कि उन्हें सोमवार तक सीबीआई की हिरासत में ही रहने दिया जाए।
उधर, स्पेशल कोर्ट में जब सीबीआई ने और पांच दिन की हिरासत मांगी थी तो सिब्बल और सिंघवी ने कहा, ‘माइ लॉर्ड कोई जरूरत नहीं है अब हिरासत की। हमारे मुवक्किल से एक ही एक सवाल बार-बार पूछे जा रहे हैं। उनको सिर्फ नीचा दिखाने की गरज से सीबीआई हिरासत में लेना चाहती है। वहीं, अब वे उनको हिरासत में लिए जाने की बात कर रहे हैं।
शुक्रवार को सीबीआई चिदंबरम की हिरासत और बढ़ाने पर जोर नहीं डालेगी। जिससे चिदंबरम को न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजना होगा। 5 सितंबर को सीबीआई सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद तय करेगी कि इंद्राणी मुखर्जी और अन्य `गवाहों’ से चिदंबरम का आमना-सामना कराने के नाम पर फिर हिरासत की मांग की जाए या नहीं। इसी दौरान ईडी के दांव भी सुप्रीम कोर्ट के रूख पर निर्भर करेंगे। क्योंकि पांच तारीख तक तो सुप्रीम कोर्ट ने ईडी को रोक रखा है।
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