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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (Allahabad) से एक बड़ा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice) गोविंद माथुर को फोन पर ज़िला जजों और न्यायिक अफसरों द्वारा जन्माष्टमी के बधाई संदेश (Janmashtami messages) भेजने से हुई परेशानी को लेकर रजिस्ट्री ने उनकी तरफ से एडवाइज़री (Advisory) जारी की है। बतौर एडवाइज़री, ऐसे संदेशों से मुख्य न्यायाधीश को असुविधा हो रही है इसलिए अगर आपातकाल जैसी स्थिति ना हो तो उन्हें कोई संदेश ना भेजें।
मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर की झुंझलाहट को स्पष्ट करने वाले एक तत्काल संचार में उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा न्यायाधीशों को निर्देश दिया गया था। रजिस्ट्रार जनरल के पत्र ने जिला न्यायाधीशों को ईमेल किया जिसमें लिखा था कि उनकी आधिपत्य ने इस मुद्दे पर बहुत चिंता व्यक्त की है और उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए अधोहस्ताक्षरी को निर्देशित किया है कि किसी भी अवसर पर या भविष्य में किसी भी अवसर पर कोई संदेश / शुभकामनाएं / व्हाट्सएप संदेश किसी भी अतिउत्साह को छोड़कर, उनके आधिपत्य के मोबाइल नंबर पर नहीं भेजे जाते हैं। जिला न्यायाधीशों को उनके क्षेत्राधिकार के तहत काम करने वाले अपने अन्य न्यायिक अधिकारियों को निर्देश पर पारित करने के लिए कहा गया था।
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