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हॉकी के ट्रायल के दौरान नाखुश दिखे मुख्य चयनकर्ता, आखिर क्या थी वजह
ऊना जिला मुख्यालय के इंदिरा गांधी खेल परिसर में सोमवार को हॉकी की जूनियर महिला और पुरुष हॉकी टीमों के चयन को लेकर ट्रायल प्रक्रिया का आयोजन किया गया। उड़ीसा में जुलाई महीने में होने वाली महिला और पुरुष वर्ग की जूनियर राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप के लिए हिमाचल की टीम के गठन को लेकर इस प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। इस मौके पर मुख्य चयनकर्ता अजीत सिंह विशेष रूप से मौजूद रहे। अजीत सिंह ने बताया कि आधुनिक समय में हॉकी सहित विभिन्न खेलों में खिलाड़ियों के ट्रायल यो यो टेस्ट पर आधारित होते हैं। उन्होंने कहा कि इस ट्रायल में महिला वर्ग में करीब 40 और पुरुष वर्ग में करीब 50 खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि इस ट्रायल में जिन खिलाडियों का चयन होगा उनका दस दिनों का एक अभ्यास कैंप भी आयोजित किया जायेगा और इस कैंप के बाद ही राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए प्रदेश की टीम का गठन किया जायेगा।
लड़कियों के यो यो टेस्ट में परफॉर्मेंस के बेहद निराशाजनक
ट्रायल के दौरान मुख्य चयनकर्ता अजीत सिंह ठाकुर ने लड़कियों के यो यो टेस्ट में परफॉर्मेंस के बेहद निराशाजनक रहने को विशेष रूप से इंगित किया। अजीत सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों को फिटनेस के लिए सुबह शाम प्रैक्टिस के साथ साथ जिम जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि एस्ट्रोटर्फ में खेलने के लिए आपको जिम अनिवार्य रूप से करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को यह मालूम होना चाहिए कि उन्हें नेशनल स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिभागिता करनी है तो उन्हें अपनी फिटनेस को भी उस लेवल तक मेंटेन करना होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल के खिलाड़ी बेहद ज्यादा एक्सपोजर नहीं दे पा रहे हैं केवल मात्र हिमाचल के अंदर स्कूली स्तर की प्रतियोगिताओं में ही परफारमेंस निकल कर आता है। लेकिन जब यही खिलाड़ी हिमाचल से बाहर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में खेलने के लिए जाते हैं तो वहां पर टीमें फिसड्डी साबित हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की प्रतिभा का निखारने के लिए प्रदेश में हॉकी की एकेडमी स्थापित करनी होगी ताकि प्रदेश के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच सके।