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हंसी-हंसी में बच्चे सीख रहे देवसंस्कृति के गुर
Last Updated on January 14, 2020 by Deepak
सुंदरनगर। हिमाचल प्रदेश को देवभूमि इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां देवी.देवता वास करते हैं और सभी देवी-देवताओं की अपनी-अपनी मान्यता है और ऊपरी क्षेत्रों के देवताओं की एक अलग ही पहचान है। इतिहास भी इस बात से अछूता नहीं है कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि है। प्रदेश के देवी.देवता त्योहारों और प्रदेश के मेलों में शिरकत कर लोगों को अपना आशीवार्द देते हैं। इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें आने वाली पीढ़ी को देवसंस्कृति के प्रति प्रेरित किया जा रहा है और हंसी-हंसी के खेल में बच्चे देवसंस्कृति के गुर सीख रहे हैं। बच्चों को देवता की पालकी तैयार कर देवसंस्कृति के गुर सिखाए जा रहे हैं। देवता की पालकी को दो बच्चों ने उठाया है और एक बच्चा देवता के गुर के तौर पर कार्य कर रहा है और देवता का गुर बनकर देव खेल के माध्यम से देवता की पालकी से पूछताछ कर रहा है। गांव व परिवार के अन्य सदस्य बच्चों के इस कारनामे का हंस.हंस कर खूब लुफ्त उठा रहे हैं।