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हिमाचल: यूक्रेन में फंसे 5 हिमाचली पहुंचे घर, बहते आंसूओं के साथ सुनाई आपबीती
ऊना शिमला। रूस-यूक्रेन में छिड़े युद्ध के बीच वहां शिक्षा हासिल करने गए विद्यार्थियों की घर वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। रविवार को ऊना (Una) जिला के तीन छात्रों (Student) की घर वापसी हुई है। हालांकि ऊना जिला के 29 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। जिसमें से आज तीन तीन छात्रों की वतन वापसी हुई है। इसके साथ ही शिमला जिला में भी कुछ बच्चों की घर वापसी हुई है। बता दें कि रविवार को ऊना पहुंचे तीन छात्रों में दो लड़कियां और एक लड़का शामिल है। इन छात्रों में दो उपमंडल बंगाणा (Bangana) के जबकि एक गगरेट क्षेत्र से संबंधित हैं। इन छात्रों के घर वापसी की पुष्टि डीसी ऊना राघव शर्मा ने की है।
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इसी तरह से शिमला जिला में भी कुछ बच्चों की घर वापसी हुई है। बच्चों के इंतजार में परिजन सुबह से बस स्टैंड पर टकटकी लगाए बैठे थे। घर पहुंची कशिश शर्मा ने बताया कि यूक्रेन (Ukraine) में बहुत सारे लोग भारत के फंसे हुए हैं। हिमाचल के करीब 25 छात्र-छात्राएं यूक्रेन से दिल्ली रोमानिया के रास्ते से पहुंचे हैं। जिनमें जिला शिमला के 2 छात्राएं भी शामिल हैं, जो देर शाम दिल्ली से वोल्वो बस की माध्यम से शिमला पहुंची।
इंडिया का झंडा देख वहां की कोई सेना नहीं कर रही चेकिंग
यूक्रेन से लौटीं शिमला के ठियोग की रहने वाली दोनों छात्राएं कशिश शर्मा और ओशिमा ने बताया कि भारत सरकार के प्रयास के चलते यूक्रेन में भारत के राजदूत और वहां की सरकार लगातार फंसे भारतीय छात्रों को वापिस सुरक्षित लाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट तक लाने के लिए बसों में इंडिया का झंडा लगाया जा रहा है। झंडा लगाने के बाद बसों को वहां की सेना और रूस की सेना चेकिंग के लिए नहीं रोक रही है। उसके बाद एयर इंडिया की फ्लाइट से दिल्ली के लिए उड़ान भरी जा रही है। भारत का झंडा देखने के बाद प्राथमिकता के आधार पर छात्रों को निकाल ला जा रहा है।
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बता दें कि उपमंडल गगरेट (Gagret) के नंगल जरियालां गांव की आकांक्षा की जैसे ही वतन वापसी हुई तो बेटी को सकुशल वापिस लौटता देख मां-बाप की आंखों से खुशी के आंसू छलक गए। आकांक्षा ने हंगरी के रास्ते होते हुए रविवार सुबह ही इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली में लैंड किया, तो अपने जिगर के टुकड़े के स्वागत के लिए मां.बाप पहले से एयरपोर्ट (Airport) के मुख्य द्वार पर नजरें टिकाए खड़े थे। आकांक्षा जैसे ही मां-बाप के पास पहुंची तो दोनों तरफ से बह रही आंसुओं की गंगा के बीच आकांक्षा परिजनों से लिपट गई। आकांक्षा ने बताया कि उसके साथ 240 छात्र एक साथ फ्लाइट में आए हैं और उन्हें बिलकुल निशुल्क एयर लिफ्ट किया गया है। हालांकि इस फ्लाइट में आने वाली आकांक्षा अकेली हिमाचली विद्यार्थी है।
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आकांक्षा के साथ 240 भारतीय पहुंचे थे दिल्ली एयरपोर्ट
आकांक्षा ने बताया कि वह यूक्रेन के उदरेस शहर में थी। हालांकि अभी तक जो हालात कीव में बने हैं वैसे हालात उदरेस में नहीं हैं, लेकिन भारतीय विद्यार्थियों में डर व दहशत का माहौल बना हुआ है। उन्हें यूनीवर्सिटी के होस्टल में ही रखा गया था और भारतीय दूतावास की ओर से तृतीय वर्ष के 240 विद्यर्थियों को भेजने की लिस्ट आने पर उन्हें उदरेस से सड़क मार्ग के माध्यम से पहले हंगरी ले जाया गया और वहां से फ्लाइट्स के माध्यम से उन्हें दिल्ली भेजा गया। आकांक्षा ने बताया कि यूनीवर्सिटी की ओर से उन्हें ऑनलाइन कक्षाएं लगाने को कहा गया है। आकांक्षा ने उन्हें फ्री एयर लिफ्ट करने के लिए केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार का भी आभार प्रकट किया है। आकांक्षा ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही यूक्रेन में रह रहे भारतीय छात्र भी एयर लिफ्ट कर लिए जाएंगे।
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