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पाकिस्तान को दी गई चीन की कोरोना वैक्सीन नहीं कर रही बुजुर्गों पर काम!
भारत और दुनिया के अन्य देशों की तरह पाकिस्तान (Pakistan) में भी कोरोना का टीका (Corona Vaccine) लगाया जा रहा है। भारत ने कोरोना वैक्सीन अपने दम पर बनाई है तो पाकिस्तान में चीन की ओर से दी गई कोरोना वैक्सीन (Chinese Corona Vaccine) लगाई जा रही है। कुछ दिन पहले ही पंजाब प्रांत की स्वास्थ्य मंत्री यासमीन राशिद (Yasmin Rashid) ने बयान दिया था कि लोग कोरोना वैक्सीन (Vaccine) अपने रिस्क पर लगाएं। अब पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (PM Imran Khan) के स्वास्थ्य मामलों के विशेष सहायक फैसल सुल्तान (Faisal Sultan) ने भी एक बयान दिया है। फैसल सुल्तान ने कहा है कि चीन द्वारा दी गई वैक्सीन 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को पर काम ही नहीं कर रही है। ऐसे में इस वैक्सीन को 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को लगाकर बर्बाद नहीं किया जाए।
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जानकारी के अनुसार चीन की सिनोफॉर्म कंपनी द्वारा विकसित की गई वैक्सीन पाकिस्तान को मिली है। बताया जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन की पांच लाख डोज चीन ने पाकिस्तान को दी है। ऐसे में अब पाकिस्तान के एक उच्च अधिकारी ने कहा है कि चीन की कोरोना वैक्सीन उनके बुजुर्गों पर काम नहीं कर रही। स्वास्थ्य मामलों के विशेष सहायक फैसल सुल्तान के बयान के मुताबिक विशेषज्ञों का कहना है कि चीन की कोरोना वैक्सीन सिर्फ 18 से 60 साल तक के लोगों के लिए ही उपयोगी साबित हो रही है। हालांकि इस पर कोई आंकड़े सामने नहीं आए हैं।
पाकिस्तान की आबादी काफी ज्यादा है ऐसे में चीन की ओर से दी गई कोरोना वैक्सीन की पांच लाख डोज आबादी के बहुत से छोटे हिस्से को ही लग पाएगी। आपको बता दें कि पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने देश में कोरोना की तीन वैक्सीन को अभी तक मंजूरी दी है। इसमें चीन की सिनोफॉर्म कंपनी की वैक्सीन, रूस की स्पुतनिक वी वैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन शामिल है। गौरतलब रहे कि कोविशील्ड वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनिका कंपनी ने मिलकर तैयार किया है, लेकिन इसका उत्पादन भारत के सीरम इंस्टीट्यूट में भी किया जा रहा है।