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अरुणाचल को चीन ने बताया अपना हिस्सा, कहा हमने अपने क्षेत्र में बनाया गांव
Last Updated on January 21, 2021 by Deepak
चीन ने फिर से अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताया है। अरुणाचल प्रदेश में चीन द्वारा एक गांव बसाने की तस्वीरें सामने आने के बाद बवाल मचा हुआ है। इसी मुद्दे पर चीनी विदेश मंत्रालय (Chinese Foreign Ministry) की ओर से गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफ दी गई, जिसमें चीन ने अरुणाचल (Arunachal) को अपना हिस्सा बताया। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता चुनयिंग ने कहा कि हमारे खुद के हिस्से में चीन (China) की विकास और निर्माण संबंधित गतिविधियां बिल्कुल सामान्य हैं।
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यही नहीं चीनी प्रवक्ता ने कहा कि हमने कभी भी अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं दी। आपको बता दें कि चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता आया है, जबकि भारत अरुणाचल को भारत का अभिन्न हिस्सा मानता है। हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में चीन द्वारा एक पूरा का पूरा गांव बसाने की तस्वीरें सार्वजनिक हुई थी। अब चीनी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि अरुणाचल में चीन की विकास और निर्माण गतिविधियां सामान्य और दोषारोपण से परे हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय ने यह बात अरुणाचल प्रदेश में चीन द्वारा एक नया गांव बनाने की खबरों पर प्रतिक्रिया में कही। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने एक मीडिया ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में कहा कि जंगनान क्षेत्र (दक्षिण तिब्बत) पर चीन की स्थिति स्पष्ट और स्थिर है। हमने कभी भी तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं दी। चुनयिंग ने कहा कि हमारे खुद के क्षेत्र में चीन की विकास और निर्माण गतिविधियां सामान्य हैं। उन्होंने कहा कि यह दोषारोपण से परे है क्योंकि यह हमारा क्षेत्र है।
गौतलब रहे कि चीन ने जिस हिस्से में गांव बनाया है वो अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले का इलाका है। यह क्षेत्र वास्तविक नियंत्रण रेखा से सटा हुआ है। नियंत्रण रेखा यह क्षेत्र मात्र करीब साढ़े चार किलोमीटर दूर है। बताया जा रहा है कि इस इलाके में चीन ने इस गांव में करीब 101 पक्के घरों का निर्माण किया है। हालांकि महत्वपूर्ण बात ये है कि इस इलाके पर पर साल 1959 से ही चीन का कब्जा है।