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शिमला। निजी स्कूल के खिलाफ शिमला में सीटू ने आरपार की लड़ाई छेड़ दी है। सीटू का कहना है कि जब तक मजदूरों को उनका हक नहीं मिल जाता तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। गौर रहे कि शिमला के एक नामी स्कूल में बिना किसी कारण के 32 मजदूरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
हालांकि अब इस मामले को बीते करीब छह माह हो गए हैं, लेकिन हक की लड़ाई लड़ रहे मजदूरों को अभी तक न्याय नहीं मिला है। उधर, सीटू जिला महासचिव विजेन्द्र मेहरा कहना है कि वह निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ लेबर कोर्ट में भी गए हैं, जहां पर इसी माह के अंत तक फैसला आना है। बहरहाल, मज़दूर संगठन सीटू ने शिमला के निजी स्कूल के बाहर मंगलवार को एक बार फिर से अपना आंदोलन तेज कर दिया। सीटू पिछले छह माह से स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है।
सीटू स्कूल से निकाले गए 32 मज़दूरों की बहाली की मांग पर अड़ा हुआ है, जिसको लेकर सीटू कार्यकर्ताओं ने स्कूल के बाहर धरना दिया और प्रबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। सीटू जिला महासचिव का कहना है कि जब तक मज़दूरों की बहाली नहीं की जाती सीटू का विरोध जारी रहेगा।
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