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पधर व नारला में बिना Notice हटाई 30 रेहड़ी-फहड़ियां, CITU ने जताया एतराज-सौंपा ज्ञापन
मंडी। जिला के पधर व नारला में प्रशासन ने बिना नोटिस (Notice) के 30 रेहड़ी फहड़ी वालों को हटा दिया है। जिसको लेकर सीटू (CITU) ने कड़ा एतराज जताया है। सीटू से संबंधित पधर नारला रेहड़ी फड़ी (Temporary Shops) वर्कर यूनियन ने इस संबंध में डीसी मंडी को ज्ञापन सौंपकर उन्हें स्ट्रीट वेंडर एक्ट के तहत बसानें का आग्रह किया है। सीटू के जिला उपाध्यक्ष रविकांत ने चेताया है कि यदि रेहड़ी धारकों को बसाया नहीं गया तो पांच दिनों के बाद वह एसडीएम पधर (SDM Padhar) कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ जाएंगे। उन्होंने बताया कि एसडीएम पधर ने बीते 15 अप्रैल को पधर व नारला से लगभग 30 रेहड़ियों को हटवाने के आदेश दिए। जिसके बाद इन्हें मौके से हटवाया गया।
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लॉक डाउन के बीच गरीब परिवार बेरोजगार हो गए और उनको अस्थाई रूप से बसाने का भी कोई कार्य नहीं किया गया। रविकांत ने बताया कि यह रेहड़ी फहड़ी धारक पिछले करीब बीस सालों से यहां रेहड़ी अपनी रोजी रोटी चला रहे थे। उन्होंने साफ किया है कि मजदूर वर्ग के लिए सीटू हर स्तर पर मांगें उठाएगी और आंदोलन के जरिये उनका हक दिलाकर रहेंगे। वहीं, प्रभावित गुलाब सिंह ने बताया कि वह पधर में रेहड़ी लगाकर अखबार बेचते हैं, लेकिन प्रशासन (Administration) ने आदेश जारी कर उनकी रेहड़ी हटवा दी। जिस कारण उनका कामकाज प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि इसी तरह अन्य रेहड़ीधारक भी रोजगार छीन जाने के कारण परेशान हैं। उन्होंने बताया कि यदि समय रहते उन्हें दोबारा बसाया नहीं गया तो उन्हें परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा।