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नई दिल्ली। गूगल शोधकर्ताओं ने ऐसा क्वांटम कंप्यूटर बनाने का दावा किया है जिसकी तरह कोई सुपरकंप्यूटर भी काम नहीं कर सकता। बकौल शोधकर्ता, 54-क्वांटम बिट कंप्यूटर ने एक काम में 200 सेकेंड लिए जबकि दुनिया के सबसे तेज़ सुपरकंप्यूटर को इसे करने में 10,000 साल लगते। गूगल सीईओ सुंदर पिचाई के अनुसार, 10 साल की मेहनत के बाद यह सफलता मिली। Google ने ऐलान किया है कि कंपनी ने Quantum Supremacy हासिल कर ली है।
Google ने पॉपुलर साइंटिफिक जर्नल Nature में एक नया आर्टिकल पब्लिश कर इस बात का दावा किया है कि इससे कंप्यूटिंग पूरी तरह से बदल सकती है। Quantum Supremacy से ट्रेडिशनल कंप्यूटिंग को पूरी तरह से बदला जा सकता है। हालांकि, गूगल के प्रतिद्वंद्वी आईबीएम के वैज्ञानिकों ने इस दावे पर सवाल उठाए हैं। अगर वैज्ञानिकों के इस दावे की पुष्टि हो जाती है तो गूगल का उपकरण दुनिया का सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर बनाने में सक्षम होगा जो प्रति सेकेंड 20,000 खरब गणना कर सकेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक नियमित कंप्यूटर यहां तक कि सबसे तीव्र गति से काम करने वाला कंप्यूटर भी दो छोटे डेटा के खंड के आधार पर काम करता है जिसे बिट्स कहते हैं और यह या तो एक या शून्य हो सकता है।
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