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कांगड़ा। प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का हर जगह बखान किया जा रहा है लेकिन कुछ स्कूलों की हालत, विभाग और सरकार के दावों की पोल खोलने के लिए काफी है। ऐसा ही एक स्कूल शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत आता है जहां एक अध्यापक और एक चपरासी पूरे स्कूल का जिम्मा संभाले हुए हैं। राजकीय मिडल स्कूल खरीड़ी में एक पीटीआई छठी से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को हिंदी, अंग्रेजी, गणित सहित अन्य सभी विषय पढ़ा रहा है और इस कार्य में स्कूल का चपरासी भी मदद कर रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लंबे समय से इस स्कूल में अध्यापकों के पद रिक्त चले हुए हैं। यह स्कूल वर्ष 2006 में शुरू हुआ था और यहां पर पूरा स्टाफ तैनात नहीं हो पाया। वर्तमान में इस स्कूल में 27 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और वार्षिक परीक्षाएं भी शुरू होने वाली हैं। अब तीन अलग-अलग कक्षाओं के 27 बच्चों को एक पीटीआई द्वारा क्या-क्या पढ़ाया जा रहा होगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। स्थानीय लोगों ने कई बार शिक्षा विभाग से इस बारे में ध्यान देने और अध्यापकों की नियुक्ति करने की मांग की लेकिन विभाग ने इस बारे में कोई सार्थक कदम नहीं उठाया।
विभाग के इस रवैये से खफा युवा मंडल दरीणी के सदस्यों ने युवा इंटक के राष्ट्रीय सचिव आशीष पटियाल की अगुवाई में इस बारे में एक ज्ञापन सीएम वीरभद्र सिंह को प्रेषित किया है।
युवा मंडल के प्रधान हंस राज, उप प्रधान करनैल सिंह, उज्जवल कुमार, रमन कुमार और संजीव आदि ने बताया कि इस स्कूल में बच्चों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है लेकिन विभाग को इसकी कोई चिंता नहीं है। एक पीटीआई बच्चों को पढ़ा रहा है और उसके साथ महज एक चपरासी स्कूल में तैनात है। दूर दराज के इस क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है। वहीं इस बारे में युवा इंटक के राष्ट्रीय सचिव आशीष पटियाल ने बताया कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ सहन नहीं किया जाएगा। यदि शिक्षा विभाग ने जल्द स्कूल में स्टाफ की नियुक्ति नहीं की तो विभाग के खिलाफ आंदोलन शुरू करने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा।
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