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शिमला। हिमाचल में कोरोना (Corona) के हालात खराब होने पर सख्ती बढ़ सकती है। यह बात सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने आज शिमला में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (IGMC) के नए ओपीडी भवन के उद्घाटन अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर अभी कुछ बंदिशें लगाई गई है। सीएम जयराम ने कहा कि अभी तक तो जो बंदिशे लगाई गई हैं वह लोगों के रोजमर्रा के कामकाज को देखते हुए लगाई हैं। विकास के काम ना रुके और लोगों को परेशानी ना हो इस का ध्यान रखा गया है। लेकिन प्रदेश में अगर कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो सख्ती बढ़ाई जाएगी। सीएम जयराम ने कहा कि आईजीएमसी प्रदेश का एक प्रमुख आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं अस्पताल है और राज्य सरकार यहां विश्व स्तरीय सेवाओं एवं उपकरणों से सुसज्जित करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि रोगियों की भारी संख्या को देखते हुए इस संस्थान में और अधिक आधारभूत संरचना विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए नया ओपीडी (OPD) ब्लॉक दूरगामी भूमिका निभाएगा।
सीएम जयराम ने कहा कि राज्य के चिकित्सकों, पैरा-मेडिकल स्टॉफ और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने कोरोना महामारी के प्रसार को नियंत्रण करने के लिए पूर्ण समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का नया वैरिएंट भी सभी के लिए चिंता का विषय है और सभी को सावधानी रखने की आवश्यकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि चिकित्सकों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के समन्वित प्रयासों और समर्पण से राज्य महामारी की इस लहर से भी सफलतापूर्वक पार पा लेगा। जय राम ठाकुर ने कहा कि रोगियों, चिकित्सकों, परिचारकों और आम लोगों की सुविधा के लिए आईजीएमसी के समीप स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत 32 करोड़ रुपये की लागत से पार्किंग (Parking) का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में छः राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालयों के अतिरिक्त बिलासपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना की जा रही है और यह पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के उदार प्रयासों से ही संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि एम्स बिलासपुर इसी वर्ष जून माह में राष्ट्र को समर्पित कर दिया जाएगा।
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