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शिमला। पहाड़ी प्रदेश में प्लास्टिक पर एक तरफ प्रतिबंध (Ban) लगा हुआ है दूसरी तरफ सरकार बाहरी प्रदेश से रोजाना आने वाले दूध-दही के खाली प्लास्टिक पैकेटों को पिघलाकर सड़कों को पक्का करने में इस्तेमाल कर रही है। ये बात सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने आज शिमला में आयोजित पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पर्यावरण को बचाने के मकदस से कई कदम उठाये है, यहां तक यह प्लास्टिक (plastic) के कप और प्लेट भी पूर्ण रूप से बंद कर दिए गए हैं। उसकी जगह सरकार ने पत्तों से बनने वाले पतल को प्रोत्साहित करने का काम किया है, जो पर्यावरण फ्रेंडली होने के साथ स्थानीय लोगों के रोजगार का भी साधन मुहैया करवा रहे हैं। जयराम ने कहा कि वाहनों की संख्या बढ़ने से वायु प्रदूषण सबसे ज्यादा बढ़ रहा है जो कि खतरे की बात है, सभी लोगों को इस पर सोचना चाहिए।
‘‘विश्व पर्यावरण दिवस’’ पर देश एवं प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। स्वस्थ जीवन व्यतीत करने के लिए पर्यावरण संरक्षण आवश्यक है।
आइए इस विशेष दिवस पर पर्यावरण सुरक्षा तथा संरक्षण का संकल्प लें।#WorldEnvironmentDay pic.twitter.com/n8mhR3yaT8— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) June 5, 2019
इस मौके पर एक प्रदर्शनी (Exhibition) का भी आयोजन किया गया जिसमें कई तरह पेड़ पौधे, मिट्टी से बने बर्तन व उपकरण प्रदर्शित कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। सीएम ने स्कूली बच्चों की साइकिल रैली और दौड़ को भी हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया जो आमजन को वायु प्रदूषण से होने वाले नुकसान और उन्हें रोकने के उपायों पर जानकारी देने के मकसद से निकाली गई।
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