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जयराम बोले – किसानों की आय दोगुनी हो, ये तभी संभव है जब Research की ओर देखेंगे
Last Updated on February 10, 2020 by
धर्मशाला। जायका व कृषि विभाग द्वारा किसानों की आय और खाद्य सुरक्षा पर फसलों के विविधीकरण के प्रभाव पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने भाग लिया। जयराम ठाकुर ने कहा कि देश की आबादी का 70 से 80 फीसद हिस्सा गांव से है और कृषि निर्भर है, इसलिए जरूरी है कि कृषि के पुराने तौर तरीकों को जारी रखते हुए नई प्रणाली को भी शामिल करें। वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो, ये तभी संभव है जब शोध (Research) की और देखेंगे। इसके लिए जरूरी है, दूसरे देशों से नया सीखते रहें।
जयराम ने कहा कि इस पहाड़ी प्रदेश में जायका के तहत बहुत काम हुआ है, इसमें विभाग के साथ किसान भी बधाई के पात्र हैं। प्रदेश में नया मॉडल दिया, जिसके परिणाम भी आए हैं। सात हजार किसानों ने प्राकृतिक खेती करने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती के फेस 2 के प्रोजेक्ट का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। पिछले कुछ वर्षों से जंगली जानवरों से हमारी खेती प्रभावित हो रही है, इससे लोग खेत ही खाली छोड़ने लगे हैं। इसके लिए सोलर फेंसिंग का काम तो चल रहा है, लेकिन बजट के अभाव में समस्या आ रही है। कांगड़ा में बहुत खेती योग्य भूमि है, जिस पर काम करने के जरूरत है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के अधिकांश किसान लघु एवं सीमांत हैं। कृषि विभाग ने कृषि विविधिकरण के लिए पांच जिलों में ‘जीका’ को एक ऋण परियोजना प्रस्तावित की है। इसके लिए फरवरी, 2011 में समझौता किया गया था, जिसकी कुल परियोजना लागत 321 करोड़ रुपये है और इसमें से 286 करोड़ रुपये के रूप में है। इस परियोजना का मुख्य लक्ष्य कृषि विविधिकरण के माध्यम से सब्जियों का उत्पादन बढ़ाना, सीमांत एवं लघु किसानों की आमदनी में वृद्धि, सिंचाई के लिए अधोसंरचना स्थापित करना, विपणन, खेतों तक सड़क सुविधा और कृषि विकास संस्थाओं की स्थापना है।
इस परियोजना को जीका के तकनीकी सहयोग परियोजना (टीसीपी) के सहयोग से कार्यान्वित किया जा रहा है। सिंचाई सुविधा प्राप्त होने और सब्जियों के उत्पादन में वृद्धि से किसानों की आय बढ़ी है। सीएम ने कहा कि जीका परियोजना के 1104 करोड़ रुपये के दूसरे चरण को निधिकरण के लिए प्रस्तुत किया गया है, जो राज्य के सभी 12 जिलों में कार्यान्वित की जाएगी। जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार ने सौर बाड़बंदी परियोजना आरंभ की है। जयराम ठाकुर ने इस अवसर पर कई स्मारिकाएं और प्रकाशनों का विमोचन किया।