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शिमला। सीएम जयराम ठाकुर (CM jai Ram Thakur) ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, हम शिक्षा के वास्तविक अर्थ को भूल गए हैं। क्योंकि शिक्षा (Education) का अर्थ केवल किताबें (Books) पढ़ना और परीक्षा के दौरान उसे लिखना मात्र नहीं है। शिक्षा का सही अर्थ विद्यार्थियों की कुशलता को बढ़ाना और उनमें अपनी संस्कृति और परंपराओं के प्रति सम्मान पैदा करना है, ताकि शिक्षा समाप्ति के पश्चात् वे रोजगार मांगने वाले नहीं बल्कि रोजगार प्रदान करने वाले बन सकें। यह बात सीएम जयराम ठाकुर (CM jai Ram Thakur) ने आज यहां सरस्वती विद्या मन्दिर, विकासनगर में हिमाचल शिक्षा समिति द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय ज्ञान-विज्ञान मेले की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आधुनिकतावाद की इस दौड़ के बीच शिक्षा, विशेषकर वैज्ञानिक शिक्षा को युवाओं के संपूर्ण विकास के लिए विशेष प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। शिक्षा मानवता की वैज्ञानिक और तकनीकी उन्नति और निजी प्रशिक्षण की नींव है। उन्होंने कहा कि सच्ची नैतिकता, आध्यात्मिक वास्तविकता को लेकर जागरूकता में निहित है, जिसके लिए अनुशासित जीवन, एक सदाचारी और उपयोगी जीवन की अनिवार्यता रहती है, जो निःस्वार्थ सेवा के लिए समर्पित रहता है।
इससे पूर्व, सीएम ने विद्यालय में अटल टिंकरिंग लैब (Atal Tinkering Labs) का उद्घाटन किया और विभिन्न मॉडलों (Models) को प्रदर्शित करने वाले स्कूली विद्यार्थियों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सीएम जयराम ठाकुर ने छात्रों द्वारा प्रदर्शित मॉडलों (Models) में गहरी रुचि ली। चंद्रयान, स्मार्ट पार्किंग, अल्कोहल डिटेक्टर, संचार, टावर, रक्त संचार प्रणाली आदि के मॉडलों ने अधिकतम ध्यान आकर्षित किया। स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्र आतिश ने अपने बनाए गए ड्रोन को उड़ाकर सभी को स्तब्ध कर दिया।
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