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शिमला। शिमला शहर की जनता को पेयजल की समस्या ( Drinking water problem) का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस के लिए दो पेयजल योजनाओं (Drinking water schemes) का सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur)ने आज 70 करोड़ रुपये की लागत से शिमला के लिए उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना, चाबा (कोल डैम) तथा मौजूदा गुम्मा पंप स्टेशन के संवर्धन कार्य का लोकार्पण तथा 406 करोड़ रुपये की लागत से सतलुज नदी से शिमला शहर के लिए पेयजल आपूर्ति योजना का शिलान्यास किया। इस अवसर पर सीएम ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिमला शहर के लिए 406 करोड़ रुपये की महत्त्वाकांक्षी पेयजल आपूर्ति योजना का निर्माण कार्य 2022 तक पूर्ण होगा। इस योजना से शिमला शहर को 67 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति होगी और इससे वर्ष 2050 तक शिमला के लिए पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध होगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि चाबा (कोल डैम)-शिमला उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना जिसका कि आज विधिवत रूप से लोकार्पण हुआ है, इससे शिमला शहर के लिए रोजाना 10 एमएलडी अतिरिक्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित हो रही है। उन्होंने कहा कि ये दोनों पेयजल आपूर्ति योजनाएं शिमला शहर के लिए वरदान सिद्ध होंगी।सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि राजधानी के साथ-साथ एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल होने के चलते शिमला में हर वर्ष भारी संख्या में पर्यटक घूमने पहुंचते है। जिसके कारण पानी की मांग बढ़ जाती है। इस मांग को पूरा करने के लिए सरकार ने एक दूरगामी योजना पर काम करना शुरू किया है। 2050 तक शिमला में पानी की जितनी खपत की जरूरत होगी, उसे इस उठाऊ पेयजल के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शिमला स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 17.36 करोड़ रुपये की लागत से आईजीएमसी शिमला से संजौली तक सड़क के किनारे (घाटी की तरफ) कवर्ड फुटपाथ बनाया जा रहा है। इससे शिमला वासियों के साथ-साथ यहां भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों को भी सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि इस स्मार्ट फुटपाथ में स्पीकर सुविधा वाले स्मार्ट पोल, सी.सी.टी.वी., लाइटिंग और वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध होगी। फुटपाथ के किनारे पर डिजीटल साईनेज और बंदरों को दूर रखने वाले उपकरण भी स्थापित किए जाएंगे।
जय राम ठाकुर ने कहा कि बहु-मंजिला पार्किंग परिसर और आईजीएमसी के नए ओ.पी.डी. ब्लॉक के लिए सम्पर्क सड़क के माध्यम से 420 वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी और इससे आईजीएमसी में पार्किंग की समस्या के निवारण में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस सम्पर्क के माध्यम से कार्ट रोड से आईजीएमसी के नए ओपीडी ब्लॉक तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा।
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