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डाकघरों में बिकेंगे स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद, Jai Ram ने “महिला शक्ति केंद्र काउंटर” का किया उद्घाटन
Last Updated on September 17, 2020 by Deepak
शिमला। महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किए उत्पाद अब मुख्य डाकघरों में बेचे जाएंगे। इसके लिए मुख्य डाकघरों में प्रदेश ग्रामीण विभाग के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत “महिला शक्ति केंद्र काउंटर” (Mahila Shakti Kendra Counter) बनाए जा रहे हैं। इन केंद्रों पर स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों को प्रदर्शित भी किया जाएगा और उन्हें यहां बेचा भी जाएगा। राजधानी शिमला में सीएम जयराम ठाकुर ने गुरुवार को यहां मुख्य डाक घर में “महिला शक्ति केंद्र काउंटर” का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सीएम जयराम (CM Jai Ram) ने कहा कि पीएम नरेंद्र नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया आत्मनिर्भर भारत अभियान कोविड-19 महामारी के दौरान देश और राज्य की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
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ग्रामीण विकास विभाग ने उठाया सराहनीय कदम
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास विभाग ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं। हिमाचल प्रदेश ग्रामीण विकास विभाग के राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और भारतीय डाक विभाग के संयुक्त तत्त्वावधान में राज्य के मुख्य डाकघरों (Main Post Office) में महिला शक्ति केंद्र शुरू करना, महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद बिक्री के लिए इन काउंटरों पर उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से ग्रामीण विकास विभाग के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूह इन बिक्री काउंटर पर अपने उत्पाद बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिक्री के बाद धनराशि सीधे स्वयं सहायता समूहों को हस्तांतरित की जाएगी।
पीएम मोदी के “वोकल फॉर लोकल” को देगा वास्तविक रूप
सीएम ने कहा कि यह ना केवल महिलाओं की आर्थिकी को मजबूत करेगा, बल्कि जनता के बीच स्थानीय उत्पादों को भी प्रोत्साहित करेगा और पीएम नरेंद्र मोदी के “वोकल फॉर लोकल” को वास्तविक रूप से साकार करेगा जो आत्मनिर्भरता की दिशा में एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के पारंपरिक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं आरंभ की हैं। यह ना केवल महिलाओं को उनके घरण्द्वार पर रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाएगा, बल्कि उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करेगा।