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शिमला। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए राज्य राष्ट्रीय हेल्थ मिशन में टेलीमेडिसिन हब स्थापित किया जा रहा है, जिसे राज्य के विभिन्न स्थानों में स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्रों से जोड़ा जाएगा। यह केंद्र प्रतिदिन प्रातः 8 बजे से सांय 8 बजे से दो शिफ्टों में कार्य करेगा और मेडिसिन, पैडियाट्रिक्स और साईकैट्री की परामर्श सेवाएं प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वायरस के उपचार के लिए चिन्हित तीनों मेडिकल कॉलेजों में वेटिंलेंटरों की पर्याप्त उपलब्धता है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में निजी सुरक्षा उपकरण किट भी उपलब्ध है।
सीएम जयराम ठाकुर ने कोरोना महामारी के संक्रमण के कारण प्रदेश में लगाए गए कर्फ्यू के दृष्टिगत प्रदेश में स्थिति का जायजा लेने के लिए आज यहां से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (video conferencing) के माध्यम से सभी जिलों के उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए कि प्रदेशवासियों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो और कर्फ्यू में छूट के दौरान उन्हें पर्याप्त मात्रा में आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाई जाएं।
जयराम ठाकुर ने लोगों से आग्रह किया है कि वे अपने घरों के समीप की दुकानों से आवश्यक वस्तुएं खरीदें और उचित सामाजिक दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए हर घर से केवल एक व्यक्ति को बाहर निकलने की अनुमति दी जाए। उन्होंने उपायुक्तों को यह सुनिश्चित बनाने के भी निर्देश दिए कि फार्मा उद्योगों में दवा निर्माण का कार्य प्रभावित न हो और समाज के कमजोर वर्गों को भोजन व आश्रय प्रदान करने के लिए प्रबंध किए जाएं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को भोजन एवं आश्रय की सुविधा प्रदान करने के लिए स्कूल भवनों का उपयोग किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि राज्य के अंदर और अंतर्राज्यीय निर्गमन पर कम से कम चार-पांच दिन पूर्ण प्रतिबंध रहे, ताकि सामाजिक दूरी बनाए रखने के उद्देश्य को पूरा किया जा सके।
उन्होंने कहा कि उपायुक्त लोगों को प्रेरित करे कि वे जहां हैं, वहीं रूके रहें तथा उनके लिए भोजन और ठहरने की उचित व्यवस्था की जाए। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के किसी व्यक्ति ने अगर बाहरी राज्य से प्रवेश किया है तो उसकी पहचान कर 14 दिनों तक निगरानी में रखा जाए। उन्होंने कहा कि फसे हुए लोगों को उनकी मांग के अनुरूप राशन अथवा पका हुआ भोजन उपलब्ध करवाया जाए तथा शिविरों में सामाजिक दूरी का विशेष रूप से ध्यान रखा जाए। मुख्य सचिव अनिल खाची ने उपायुक्तों को कोरोना महामारी के कारण हुए नुकसान का डाटा तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को स्थानीय फलों एवं सब्जियों का प्रापण भी करना चाहिए। पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने कहा कि भ्रामक प्रचार करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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