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नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ कैबिनेट की पहली बैठक खत्म हो गई। बैठक में राज्य से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। सीएम ने अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि जो कार्य उनके स्तर पर हो सकता है उसे वही निपटालें, मेरे पास न लाएं। काम में किसी भी तरह की लापरवाही और गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। अब गुरुवार को फिर कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है, जिसमें किसान कर्ज माफी पर चर्चा की जाएगी। बैठक राजधानी भोपाल में बुधवार को हुई, जिसमें नवनिर्वाचित मंत्री, सभी विभागों के प्रमुख सचिव और आला अधिकारी मौजूद रहे।
सीएम कमलनाथ ने कैबिनेट की पहली ही बैठक में साफ कर दिया है कि वचन पत्र के समस्त बिंदुओं के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी संबंधित विभाग की होगी। साथ ही उन्होंने मंत्रियों को साफ कर दिया है कि वह अधिकारियों के साथ बेहतर तालमेल बनाकर काम करेंगे। सरकार में लापरवाही और सुस्ती के प्रति जीरो टॉलरेंस होगी। जनसेवा सरकार का प्राथमिक दायित्व है। नाथ ने कहा कि मुझे किसी तरह की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। अगर शिकायत मिली तो मुझे अफसर को हटाने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
बैठक से पहले सीएम कमलनाथ और उनके मंत्री मिंटो हॉल गए, जहां उन्होंने महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सीएम ने इसके बाद मिंटो हॉल में अपर मुख्य सचिव, सभी विभागों प्रमुख सचिवों के साथ ही विभागाध्यक्षों के साथ मिलकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नए नजरिए के साथ व्यवस्था को देखें, जहां भी परिवर्तन और नवाचार जरूरी हैं, उन पर अमल करें। इसके साथ ही हर कैबिनेट में एक विभाग को प्रेजेंटेशन देना होगा।
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