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केजरीवाल बोले- अस्पतालों पर मानेंगे केंद्र और LG की बात, वक्त मिलकर कोरोना से लड़ने का
Last Updated on June 10, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना (Covid-19) का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। सीएम केजरीवाल दिल्ली में कोरोना वायरस के खतरे को बढ़ता देखते हुए बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से प्रेस (Press) को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने इस कॉन्फ़्रेंस में दिल्ली के अस्पतालों में बाहरी लोगों का इलाज ना करने की बात पर चर्चा की। उन्होंने कहा है कि इस मसले पर वह केंद्र सरकार (Central Government) और उप राज्यपाल (LG) की ही बात मानेंगे। उन्होंने कहा कि ये वक्त आपस में लड़ने का नहीं बल्कि, कोरोना से मिलकर लड़ने का है। इसके साथ ही उन्होंने आम लोगों से भी बाहर निकलते वक्त मास्क पहनने और हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल करने की भी सलाह दी।
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सीएम केजरीवाल ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा- ‘पिछले 8 दिनों में 1900 कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) अस्पताल पहुंचे हैं। विभिन्न अस्पतालों में अभी भी 4200 बेड खाली हैं। 50 फीसदी तक मरीज बाहर से आते हैं, ऐसे में जुलाई तक हमें डेढ़ लाख बेड की जरूरत पड़ेगी। गौर हो, इससे पहले सीएम केजरीवाल का कोरोना टेस्ट हुआ था, जिसमें उन्हें निगेटिव पाया गया दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया SDMA की बैठक में शामिल हुए थे। सिसोदिया ने बैठक के बाद दिल्ली में कोरोना के मामलों का आकलन पेश करते हुए कहा था कि 31 जुलाई तक राजधानी में कोरोना के 5 लाख से ज्यादा मरीज हो सकते हैं, जिनके लिए बड़ी संख्या में अस्पतालों में बेड की जरूरत होगी। इधर, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आज दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्कूल खुलने पर भी स्थिति स्पष्ट कर दी उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना के केस देखते हुए स्कूल खोलने का सवाल ही नहीं उठता।