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लोकिन्दर बेक्टा, शिमला। राजधानी के बहुचर्चित बैंटनी कैसल भवन के राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहित करने के बाद आज सीएम वीरभद्र सिंह ने इस स्थान का दौरा किया। उन्होंने वहां भवन की स्थिति को देखने के साथ-साथ वहां आस-पास के स्थान का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अफसरों से यहां प्रस्तावित पार्क और अन्य कामकाज की जानकारी ली। इसके साथ-साथ-साथ उन्होंने इस स्थान पर बनने वाले पार्क और यहां उपलब्ध करवाई जाने वाली और सुविधाओं को लेकर भी अफसरों को निर्देश दिए।
इस मौके पर सीएम ने कहा कि इस स्थान पर खूबसूरत पार्क बनेगा और इसमें न केवल सैलानियों और शहर की जनता को बैठने के लिए पार्क तैयार किया जाएगा, बल्कि वहां पर खान-पान की भी व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि शिमला में सैलानियों को रिज मैदान और मालरोड के अलावा नई जगह घूमने को मिलेगी। यहां सैलानियों को खान-पान के लिए और जगह उपलब्ध होगी।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि इस स्थान पर रेस्तरां बनेगा और सैलानी यहां आएंगे।इसके अलावा यहां पार्क में बैठने का भी प्रबंध होगा और जंगल में पैदल घूमने को रास्ते बनेंगे। उन्होंने कहा कि यहां एक भवन में म्यूजियम बनेगा और यूएस क्लब में पर्यटन विभाग के म्यूजियम को यहां शिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूएस क्लब में कम ही लोग जा पाते हैं और यहां पर बहुत सैलानी म्यूजियम पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि बैंटनी कैसल बहुत जल्द नए रंग रूप में सामने आएगा।
गौर हो कि इस वर्ष जनवरी माह में केबिनेट ने इस भवन और आस-पास की जमीन का अधिग्रहण करने का फैसला लिया था। इसको अधिग्रहित करने के लिए सरकार ने भू-मालिकों को 27.84 करोड़ रुपये भी अदा कर दिए थे। बैंटनी कैसल भवन 1880 में बना था।
सिरमौर के तत्कालीन महाराज अमर प्रकाश बहादुर ने इस भवन को अपनी स्वामी भक्ति प्रदर्शित करने के लिए अंग्रेजों को दिया था। 1880 से पहले यहां कैप्टन ए गोर्डन की एक छोटी सी कॉटेज होती थी, जिसमें सैन्य अफसर रहते थे।भवन का निर्माण ट्यूडर शैली में किया गया। छोटे-छोटे मीनारों पर भवन की ढालदार छत बनाई गई है। 1902 में भवन का बाहरी द्वार बनाया गया। भवन के बाहर लगी रैलिंग में अभी भी महाराजा के राजकीय चिह्न देखे जा सकते हैं। 1957 में इस भवन में राज्य पुलिस मुख्यालय था। बीते साल इस भवन में बॉलीवुड फिल्म की शूटिंग भी हुई थी।
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