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जोगिंद्रनगर। जनता ने जिस काम के लिए नुमाइदों को चुना, आज वही विकास करवाने के लिए मोहताज हो गए हैं। जी हां, नगर परिषद जोगिंद्रनगर के कांग्रेस समर्थित पार्षद 17 जुलाई से अपने कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ जाएंगे। नगर परिषद कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पार्षद अजय धरवाल, ममता कपूर, निर्मला, रमन बहल व केशव कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी समर्थित पार्षदों की आपसी फूट का खामियाजा जोगिंद्रनगर की जनता को भुगतान पड़ रहा है, जिस कारण पिछले छह महीनों से नगर परिषद की बैठक नहीं हो पाई है। लिहाजा लोगों के बिजली, पानी व सीवरेज के अनापत्ति आवेदन लटके हुए हैं। इन कनेक्शनों के लिए लोगों को दर-दर भटकना पड़ता है।
विभिन्न वार्डों में नाली, रास्तों, नालों की चैनलाइजेशन व पुल निर्माण आदि के काम भी नहीं हो पा रहे हैं और पूरा विकास ढांचा चरमराकर गया है। रेत, बजरी व पत्थरों की आपूर्ति के लिए टेंडर भी नहीं हो पा रहे हैं। अजय धरवाल ने कहा कि नगर परिषद की लेबर पिछले काफी अरसे से वार्डों में केवल झाड़ियां काटने तक ही सीमित होकर रह गई है। अजय धरवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी समर्थित एक पार्षद ने विकास न होने का आरोप लगाकर नगर परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में अपने हस्ताक्षर किए मगर बाद में उन्हीं पर विश्वास जताकर विकास की बात कही जा रही है।
अजय धरवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी में वर्चस्व की जंग का यह नतीजा है। आरोप लगाया गया कि नगर परिषद की बैठक न हो पाने की वजह से न तो नई विकास योजनाएं पारित हो पा रही हैं और न ही हो चुके कार्यों की समीक्षा हो पा रही है। अजय धरवाल ने कहा कि पिछले कार्यकाल में उन्होंने भूमि व धन का प्रावधान करके कूड़ा संयत्र का कार्य करवाया था, जिस पर तब करीब 18 लाख रुपए खर्च किए जा चुके थे। उन्होंने कहा कि घर-घर से कूड़ा उठाने की उनकी योजना को भी मौजूदा नगर परिषद आगे नहीं बढ़ा पा रही है। होटल ऊहल के पास बनवाई गई पार्किंग को भी नगर परिषद पूरा करके शुरू नहीं करवा पाई है।
अजय धरवाल के अनुसार शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा का जोगिंद्रनगर में विशेष सहयोग रहा है। नगर परिषद का दर्जा भी उन्होंने दिलाया। विभिन्न विकास कार्यों के लिए उन्होने करीब 82 लाख रूपए की धनराशि जारी की। उन्होने कहा कि सुधीर शर्मा की बदौलत ही गांधी वाटिका में म्यूजिकल फाउंटेनव क्लॉक टावर आदि के लिए 10 लाख रूपए की राशि भी मंजूर की गई है। अजय धरवाल ने नगर परिषद से कहा कि इस धन का सदुपयोग किया जाना चाहिए। कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने कहा है कि अगर 16 जुलाई तक सदन की बैठक करके लोगों के बिजली, पानी व सीवरेज आदि के अनापत्ति प्रमाणपत्र क्लियर नहीं किए गए तो 17 जुलाई से नगर परिषद कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया जाएगा।
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