शिमला दुष्कर्म मामलाः कांग्रेस ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में मांगी जांच
Update: Wednesday, May 1, 2019 @ 5:31 PM
लेखराज धरटा/शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने शिमला में हुए युवती से कथित बलात्कार (Rape) मामले में प्रदेश सरकार की कानून-व्यवस्था (Law and order) पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने सरकार को चेताया कि अगर दो दिन के अंदर आरोपियों को पकड़ा नहीं गया तो कांग्रेस (Congress) सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन छेड़ेगी। कांग्रेस ने हाईकोर्ट (High Court) के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच कमेटी (High level inquiry committee) का गठन की मांग की है। साथ ही पीड़िता को सुरक्षा भी मुहैया करवाने को भी आवाज बुलंद की है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता नरेंद्र कंवर ने कहा कि देवभूमि में इस तरह के अपराध होना पूरे प्रदेश को शर्मसार करता है। कांग्रेस ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। नरेंद्र कंवर ने कहा कि युवती की शिकायत (Complaint) पर लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में एफआईआर (FIR) क्यों दर्ज नहीं की गई। पुलिस कर्मियों की लापरवाही के कारण युवती के साथ इतनी बड़ी घटना घटित हो गई। पिछले एक साल के बीजेपी सरकार के कार्ययाल में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। प्रदेश में भय का माहौल है और महिलाओं का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
पूर्व मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने घेरी सरकार
धर्मशाला। कांग्रेस के पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री चौधरी चंद्र कुमार (Chaudhary Chandra Kumar) ने प्रदेश की बीजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि गुड़िया प्रकरण को लेकर बार-बार कांग्रेस (Congress) पर सवाल उठाने वाली बीजेपी अब शिमला दुष्कर्म मामले पर श्वेत पत्र जारी करे कि आखिरकार देवभूमि को शर्मसार करने वालों को अभी तक गिरफ्तार (Arrest) क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बीजेपी सरकार महिलाओं का संरक्षण करने की बात करती है, जबकि बीजेपी राज में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। बीजेपी सरकार की पुलिस प्रशासन पर कोई पकड़ नहीं है। शिमला दुष्कर्म मामले ने बीजेपी सरकार के दावों की पोल खोल दी है।