- Advertisement -
सुनैना जसवाल/ऊना। क्षत्रीय घृत वाहती चाहंग महासभा ने पूर्व सांसद चौधरी चंद्र कुमार की उपस्थित में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। महासभा के ऊना में हुए महासभा के राज्यस्तरीय अधिवेशन में कांग्रेस सरकार पर जातिवाद करने का आरोप लगाया है। साथ ही बीजेपी भी इस दौरान महासभा के निशाने पर रही। महासभा ने कांग्रेस व बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। महासभा ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव में ओबीसी के लिए 18 सीटें मांगी हैं। साथ ही चेतावनी दी कि अगर कांग्रेस व बीजेपी ऐसा नहीं करती है तो तीसरा विकल्प तलाशा जाएगा। साथ ही बीजेपी व कांग्रेस की सरकार प्रदेश में नहीं बनने दी जाएगी। यह घोषणा महासभा के प्रदेशाध्यक्ष श्रीकंठ ने ऊना में हुए महासभा के राज्यस्तरीय अधिवेशन के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए की।
राज्यस्तरीय अधिवेशन में बीबीएमबी नंगल के चीफ इंजीनियर कृपाल सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की, जबकि पूर्व सांसद चौधरी चंद्र कुमार और पूर्व विधायक गणेश दत्त भरवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। क्षत्रीय, घृत, बाहती, चाहंग महासभा ने कांग्रेस और बीजेपी को स्वर्ण जातियों की पार्टियां करार देते हुए उन पर केवल दो समुदायों का तुष्टीकरण करने का आरोप जड़ा है। साथ ही ओबीसी समुदाय के हक पर भी कुंडली मारने का आरोप जड़ते हुए 27 फीसदी आरक्षण के मुद्दे पर दोनों दलों को घेरा है। महासभा के प्रदेशाध्यक्ष श्रीकंठ चौधरी ने कहा कि 27 फीसदी आरक्षण ओबीसी का हक है, जिसे हर हाल में लेकर रहेंगे। रविवार को जिला मुख्यालय पर हुए केजीबीसी महासभा के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में महासभा नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों में किसी की भी सरकार न बनने देने का ऐलान किया। सम्मेलन में बीबीएमबी नंगल के चीफ इंजीनियर कृपाल सिंह बतौर मुख्यातिथि पधारे। जबकि पूर्व सांसद चंद्र कुमार चौधरी, पूर्व विधायक गणेश दत्त भरवाल विशेष रूप से मौजूद रहे।
इसके साथ ही महासभा ने कांग्रेस-बीजेपी को चुनौती भी दी कि दोनों दल ओबीसी को लेकर अपनी स्थिति भी स्पष्ट करें। महासभा के राज्याध्यक्ष श्रीकंठ चौधरी ने कहा कि पांच साल बीजेपी और पांच साल कांग्रेस प्रदेश में राज करती है, लेकिन अब बिरादरी उनकी प्लानिंग पर पूरी तरह पानी फेरने का मन बना चुकी है।
- Advertisement -