- Advertisement -
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के भीतर मची कलह खुलकर सामने आ गई है। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा (Anand Sharma) और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी आमने-सामने हैं। आनंद शर्मा और अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) के बीच बीते रोज ट्विटर पर वाक युद्ध चला तो अब फिर से अधीर ने आनंद पर हमला बोला है। यह सब कुछ पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव (West Bengal Elections) को लेकर हो रहा है। दरअसर कांग्रेस से राज्य सभा सांसद आनंद शर्मा ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस गठबंधन पर सवाल उठाए थे। अब अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमें पता है कि आनंद शर्मा का बिग बॉस (Big Boss) कौन है, वो किसे खुश करना चाह रहे हैं।
आईएसएफ और ऐसे अन्य दलों से साथ कांग्रेस का गठबंधन पार्टी की मूल विचारधारा, गांधीवाद और नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है, जो कांग्रेस पार्टी की आत्मा है। इन मुद्दों को कांग्रेस कार्य समिति पर चर्चा होनी चाहिए थी।
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) March 1, 2021
आपको बात दें कि कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने बीते दिन ट्विटर के जरिए कांग्रेस के पश्चिम बंगाल में अब्बास सिद्दीकी के साथ गठबंधन पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस इस बार बंगाल में लेफ्ट पार्टियों के साथ-साथ अब्बास सिद्दीकी के इंडियन सेक्युलर फ्रंट के साथ चुनावी मैदान में कूद रही है। आनंद शर्मा ने अपने ट्विट (Anand Sharma Tweet) में आपत्ति जताई थी कि आईएसएफ के साथ गठबंधन कांग्रेस (Congress) पार्टी की मूल विचारधारा के खिलाफ है, ऐसे में ऐसा फैसला लेने से पहले पार्टी स्तर पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए थी। आनंद शर्मा ने अपने ट्विट में बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष (Bengal Congress President) अधीर रंजन चौधरी पर भी निशाना साधा था।
सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस चयनात्मक नहीं हो सकती है। हमें हर सांप्रदायिकता के हर रूप से लड़ना है। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की उपस्थिति और समर्थन शर्मनाक है, उन्हें अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए।
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) March 1, 2021
आनंद शर्मा के ट्विट (Anand Sharma Tweet) के बाद अधीर रंजन चौधरी ने भी बीते दिन ट्विटर (Twitter) से ही जवाब दिया था। अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने कहा था कि बंगाल में पार्टी ने जो भी फैसला लिया है, आलाकमान के निर्देश पर ही लिया है। जो लोग पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं, वो पांच राज्यों में प्रचार करें और ऐसा बयान ना दें जिससे बीजेपी (BJP) को फायदा हो। गौरतलब है कि इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के अब्बास सिद्दीकी (Abbas Siddiqui) अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहते हैं। अब्बास सिद्दीकी (Abbas Siddiqui) पर कट्टरता, महिला विरोधी बयानबाजी करने का आरोप लगता आया है। हालांकि, अब्बास सिद्दीकी बंगाल की फुरफुरा शरीफ दरगाह के पीरजादा हैं, इस दरगाह का असर करीब 100 विधानसभाओं पर पड़ता है।
- Advertisement -