-
Advertisement
Maheshwar को अच्छा नहीं लगा सरकार का यूं Buses का किराया बढ़ाना, बोले कड़वे बोल
Last Updated on July 20, 2020 by Vishal Rana
शिमला। प्रदेश कांग्रेस महासचिव महेश्वर चौहान (Maheshwar Chauhan) ने कहा कि जयराम सरकार ने इस कोरोना काल में जनता को राहत देने के बजाए अतिरिक्त बोझ लादें हैं। पहले सरकार ने भारी-भरकम बिजली व पानी के बिल लोगों को थमा दिए और फिर बिजली की दरों में भी बढ़ोतरी कर दी गई। सरकार ने हिमाचल प्रदेश के लाखों लोगों को राशन की सब्सिडी से वंचित कर उनके मुंह से निवाला छीन लिया है और अब सरकार ने अपना तुगलकी चाबुक जनता पर चलाकर बसों के किराए (Bus fare) में 25 प्रतिशत वृद्धि की है जोकि सरकार की तानाशाही का प्रमाण है।
यह भी पढ़ें: Cabinet Meeting: हिमाचल में बढ़ा बस किराया, एमपी और एमएलए की यह सुविधा छीनी
यह फैसला आम- जनमानस को प्रभावित करेगा, इसलिए कांग्रेस पाटी इस फैसले की भर्त्सना करती है और हर स्तर पर इस फैसले का विरोध किया जाएगा। चौहान ने कहा कि इस वैश्विक महामारी (Corona Period) के दौरान भी धर्म और यज्ञों का राजनीतिकरण हो रहा है। आज जहां पूरे प्रदेश में मंदिरों के कपाट बंद है वहां दूसरी ओर बीजेपी (BJP) से संबंधित संस्थाएं 24 हवन कुण्ड बनाकर सैंकड़ों लोगों की उपस्थिति में यज्ञ करवा रही है।
यह भी पढ़ें: बस किराया बढ़ोतरी को मंजूरी मिलते ही विरोध शुरू, सड़कों पर उतरेगी Congress
जब कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के लोग आम जनता से जुड़े हुए मुद्दों को लेकर सरकार को शांतिप्रिय तरीके से आगाह करने जा रहे हैं तो उन लोगों पर मुकदमें दर्ज करवाए जा रहे हैं और आज हिमाचल जैसे शांतिप्रिय प्रदेश में हजारों लोगों के ऊपर एफआरआई (FIR) दर्ज की गई है। यदि यह सरकार और बीजेपी सही मायने में हिमाचल प्रदेश से कोरोना भगाने के लिए महायज्ञ करना चाहती थी तो पूरे विश्व और देश को इस खतरे से बचाने के लिए क्या यह महायज्ञ हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों में नहीं किया जा सकता था, परंतु वहां बीजेपी के पदाधिकारी यज्ञ नहीं कर पाते और बीजेपी को राजनीतिक लाभ नहीं मिल पाता।
इसलिए बीजेपी द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम जिसमें सीएम (CM) और मंत्रियों ने शिरक्त की, सीधा-सीधा नियमों का उल्लंघन है और सरकार और प्रशासन की दोहरी नीति को दर्शाता है, जिसकी कांग्रेस पार्टी घोर भर्त्सना करती है। हमारी सरकार और प्रशासन से मांग है कि यह मामला पूरी तरह से नियमों के खिलाफ था और इसमें संलिप्त संस्थाओं और नेताओं के खिलाफ एफआरआई दर्ज़ की जानी चाहिए।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group