- Advertisement -
वी कुमार/मंडी। जिला के धर्मपुर उपमंडल के कांग्रेसी नेता चंद्रशेखर का लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को फोन पर धमकाते हुए का वीडियो सोशल मीडिया (Social media) पर वायरल हो गया है। वीडियो से स्पष्ट पता चल रहा है कि नेताजी का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया था और उन्होंने अधिकारी पर भड़ास निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दूसरी तरफ से अधिकारी ने फोन पर क्या कहा यह पता नहीं चल पाया है। चंद्रशेखर फोन (Phone) पर यह कहते जरूर सुनाई दे रहे हैं कि अगर उनके पास स्पीकर फोन होता तो वह सभी को अधिकारी की बातें सुनाते।
लोक निर्माण विभाग के धर्मपुर मंडल कार्यालय द्वारा कुछ टेंडर (Tender) आमंत्रित किए गए थे। जिनकी आखिरी तिथि गत 23 अगस्त थी। लेकिन कुछ ठेकेदार गत 26 अगस्त को कार्यालय पहुंचे और टेंडर फार्म भरने की मांग की। आरोप है कि कुछ ठेकेदारों ने फार्म न मिलने पर कार्यालय में रखी टेंडर पेटी को नुकसान पहुंचाया। इस बात को लेकर धर्मपुर थाना में विभाग की तरफ से शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। टेंडर को लेकर ही अपनी बात रखने के लिए बीती 27 अगस्त को एक प्रतिनिधिमंडल इस कार्यालय में पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व धर्मपुर से कांग्रेसी नेता चंद्रशेखर कर रहे थे। अधिशाषी अभियंता धर्मपुर जेपी नायक कार्यालय में मौजूद नहीं थे, जिस पर नेताजी ने उन्हें कार्यालय (Office) में लगे सरकारी फोन से कॉल करके धमकाना शुरू कर दिया। अधिकारी को फोन पर धमकाते हुए उक्त नेता ने यहां तक कह डाला कि अगर हम अपनी पर आए तो आपके बीवी-बच्चे भूखे मरंगे। सुन लो हम चाहंगे तो आपका दफ्तर भी नहीं चलने देंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह स्पीकर फोन पर बात कर रहे होते तो सभी को सुनाते की अधिकारी साहब क्या कह रहे हैं। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। जोकि चर्चा का विषय बना हुआ है।
अधिकारी ने की बदतमीजी की बात
धर्मपुर से कांग्रेसी नेता चंद्रशेखर का कहना है कि लोक निर्माण विभाग धर्मपुर (Public Works Department Dharampur) का कार्यालय नियमों से परे चल रहा है। यहां चहेतों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। चंद्रशेखर ने माना कि उन्होंने अधिकारी से ऊंची आवाज में बात की है और इसके लिए उन्होंने अधिकारी के व्यवहार को दोषी ठहराया है। चंद्रशेखर का कहना है कि अधिकारी जिस लहजे में बात कर रहा था वह सहनीय नहीं था जिस कारण उन्हें गुस्सा गया गया। अगर बात स्पीकर फोन पर हो रही होती तो सभी तो पता चलता कि अधिकारी का व्यवहार कैसा था।
मैंने कोई बदतमीजीनहीं की, बस मामला समझा रहा था
लोक निर्माण धर्मपुर के अधिशाषी अभियंता जेपी नायक का कहना है कि उन्होंने नेताजी के साथ कोई बदतमीजी नहीं की है। वह फोन पर उन्हें सारी बात समझा रहे थे और यह निवेदन कर रहे थे अपनी बात को लिखित में कार्यालय में छोड़ दें। नेता जी को किस बात का गुस्सा था, यह समझ से परे है। कार्यालय में सारे काम निष्पक्ष भाव से किए जा रहे हैं और सरकारी योजनाओं को सही ढंग से धरातल पर उतारा जा रहा है।
- Advertisement -