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शिमला। इजरायली कंपनी एनएसओ के पेगासस सॉफ्टवेयर ( Pegasus Software)से भारत में कथित तौर पर 300 से ज्यादा हस्तियों के फोन हैक किए जाने का मामला अब तूल पकड़ गया है। जासूसी प्रकरण के ख़िलाफ़ कांग्रेस( Congress) पार्टी सड़कों पर विरोध पर उतर आई है। अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के आहवान पर शिमला में प्रदेश कांग्रेस ने राजभवन के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया व केन्द्र सरकार के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। कांग्रेस पार्टी ने पीएमनरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग उठाई। प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने बताया कि मोदी सरकार लोकतंत्र को ख़त्म करने की कोशिश कर रही है। मोदी सरकार राजनेताओं, कार्यपालिका, न्यायपालिका तक कि जासूसी करवा रहे है। ये लोकतांत्रिक मर्यादाओं के ख़िलाफ़ है। इस मामले की जांच सर्वोच्च न्यायालय के जज द्वारा करवाई जानी चाहिए। यदि पीएम एवं गृह मंत्री को ज़रा सी भी शर्म है या लोकतंत्र को मानते है तो उन्हें अपने पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। पूर्व में जब अमरीका में वाटर गेट कांड हुआ था तो राष्ट्रपति निक्सन ने तुरंत अपने पद से इस्तीफा दिया था।
हमीरपुर में पेगासस जासूसी कांड को लेकर कांग्रेस नेताओं ने डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा और गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की । बाद में पत्रकार वार्ता करते हुए कांग्रेस के नेताओं ने केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की। जिलाध्यक्ष राजेंद्र जार ने कहा कि पेगासस जासूसी कांड में राहुल गांधी का भी नाम आयाहै, जो कि एक षडयंत्र है। केंद्र सरकार इस कांड को लेकर लीपापोती का काम कर रही है, उन्होंने कहा कि पहले केंद्र सरकार ने इस कांड को स्वीकार कर लिया था लेकिन अब वह इस कांड को नकार रहे हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेंद्र जार, बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपालन, प्रदेश काग्रेंस वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिता वर्मा, पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया ने केंद्र सरकार को जमकर जुबानी हमला बोला। जार ने कहा कि केंद्र सरकार लोकतंत्र का हनन कर रही है। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने उपायुक्त हमीरपुर के माध्यम न्यायिक जांच को लेकर ज्ञापन सौंपा है। वहीं उन्होंने जासूसी के मुद्दे को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार नही मानी तो इसको लेकर सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करेगी।
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