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Curfew के बीच राम स्वरूप के आने पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, सांसद बोले- हूं क्वारंटाइन
मंडी। लॉकडाउन और कर्फ्यू (Curfew) के बीच सांसद राम स्वरूप शर्मा के दिल्ली से जोगिंद्रनगर आने पर कांग्रेस नेता आश्रय शर्मा ने सवाल उठाए हैं। आश्रय शर्मा का कहना है कि सांसद महोदय ने सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल में प्रवेश किया है। आश्रय शर्मा का कहना है कि अगर सांसद महोदय अनुमति के साथ आए तो फिर प्रदेश की सीमाओं पर क्वारंटाइन (Quarantine) क्यों नहीं हुए, जबकि सभी के लिए सरकार ने यही नियम बना रखा है। वहीं, सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कांग्रेस के आरोपों को निराधार करार दिया है। उन्होंने कहा कि वह जोगिंद्रनगर पहुंचते ही पार्टी कार्यालय के एक कमरे में क्वारंटाइन हो गए हैं और किसी से नहीं मिल रहे हैं।
कांग्रेस (Congress) नेता आश्रय शर्मा ने कहा कि एक तरफ जहां आम आदमी केंद्र और राज्य सरकारों के फैसलों की पालन करते हुए जहां हैं वहीं पर रह रहे हैं तो फिर सांसद महोदय को वापस जोगिंद्रनगर आने की ऐसी कौन सी जल्दी आन पड़ी कि वह लॉकडाउन (Lock down) के बीच दिल्ली से यहां पहुंच गए। उन्होंने कहा कि दिल्ली इस वक्त कोरोना के लिहाज से देश का तीसरा सबसे खतरनाक शहर है ऐसे में सांसद को वहां से जोखिम उठाकर मंडी आने की जरूरत क्या थी। इन्होंने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से इसपर कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
वहीं सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कांग्रेस की तरफ से लगाए जा रहे आरोपों को निराधार बताया है। सांसद राम स्वरूप शर्मा का कहना है कि वह दिल्ली से अनुमति के साथ अपने संसदीय क्षेत्र में आए हैं, क्योंकि वह यहां के चुने हुए प्रतिनिधि हैं और इस स्थिति में उनका यहां होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि वह जोगिंद्रनगर पहुंचते ही पार्टी कार्यालय के एक कमरे में क्वारंटाइन हो गए हैं और किसी से नहीं मिल रहे हैं। 10 अप्रैल को वह दिल्ली से जोगिंद्रनगर पहुंचे थे और तब से किसी से नहीं मिले, क्योंकि वह नियमों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसी स्थिति में भी ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे, जबकि इस स्थिति में सभी को साथ मिलकर चलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह वही कांग्रेस है, जिसके नेता देश के साथ कभी खड़े नहीं हुए बल्कि विरोध करना ही इनका काम है। बता दें कि आश्रय शर्मा और राम स्वरूप शर्मा के बीच 2019 के लोकसभा चुनावों में मुकाबला हुआ था, जिसमें आश्रय शर्मा को करारी हार और राम स्वरूप शर्मा को ऐतिहासिक जीत मिली थी। चुनाव के बाद से दोनों नेताओं के बीच ऐसी जुबानी जंग शुरू हुई है जो अभी तक जारी है।