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Delhi में गहराएगा कोरोना संकट: आधे से ज्यादा Ventilator Bed भरे; 80 हजार बेड चाहिए
Last Updated on June 9, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) कोरोना संकट गहराता चला जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार में कम्युनिटी स्प्रेड को लेकर जारी तकरार के बीच राजधानी में कुल मामले करीब तीस हजार के पास पहुंच गए हैं। इस बीच उपराज्यपाल अनिल बैजल की अगुवाई में मंगलवार को डीडीएमए की बैठक हुई। इस बैठक में मौजूद रहे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा कि अगर इसी तरह केस बढ़ते रहे तो 31 जुलाई तक पांच लाख से अधिक कोरोना केस हो जाएंगे। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में जिस रफ्तार से संक्रमण बढ़ रहा है, उससे लगता है कि 30 जून तक 15 हजार बेड की जरूरत होगी और 31 जुलाई तक 80 हजार बेड की जरूरत होगी। 31 जुलाई तक 5 लाख से अधिक केस हो सकते हैं।
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दिल्ली के पास हैं 8 जहर बेड; जिसमें से आधे भर चुके हैं
सरकार की तरफ से जा रहे इस तरह के भयावह दावों के आगे अगर हम अगर दिल्ली के बेड (Bed) और वेंटिलेटर (Ventilator) की व्यवस्था को देखें, तो वो भी डराने वाले आंकड़े ही दिखाते हैं। दिल्ली सरकार के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में मौजूदा बेड और वेंटिलेटर में आधे से अधिक भर चुके हैं। यानी अब सिर्फ पचास फीसदी से कम ही बेड-वेंटिलेटर दिल्ली में खाली पड़े हैं और जिस तरह से दिल्ली में रोज एक हजार से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं, वो इस संकट को और भी गहरा सकते हैं। बता दें कि दिल्ली में अभी सिर्फ 8800 के करीब बेड मौजूद हैं। वहीं सरकार द्वारा 80 हजार बेड की मांग की जा रही है। यानी मौजूदा समय में दिल्ली में केवल दस फीसदी बेड ही हैं। गौरतलब है कि दिल्ली सरकार का कहना है कि इसी स्थिति को देखते हुए उन्होंने दिल्ली में सिर्फ दिल्ली वालों के इलाज की बात कही थी, लेकिन उपराज्यपाल ने उनके फैसले को पलट दिया।