Last Updated on April 11, 2020 by
शिमला। बद्दी के निजी अस्पताल के दो पैरामेडिकल स्टाफ के सदस्यों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के साथ हिमाचल में कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा 31 तक पहुंच गया है। इसमें कांगड़ा जिला में 4, ऊना में 13, चंबा में चार, सोलन में 9 और सिरमौर में एक कोरोना पॉजिटिव शामिल है। इसमें पांच लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं। कांगड़ा जिला के लंज का युवक और शाहपुर की महिला को छुट्टी हो चुकी है। वहीं, ऊना से संबंधित तीन जमातियों की दूसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इन्हें भी घर भेजा जाएगा। साथ ही कांगड़ा के गंगथ के जमाती और नालागढ़ के तीन जमातियों के सैंपल दूसरी बार जांचे जाएंगे। इनकी भी प्रारंभिक रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है।
अभी तक कांगड़ा जिला में दो लोग कोरोना से जंग लड़कर जीत कर घर जा चुके हैं। जिनमें लंज का युवक और शाहपुर की महिला शामिल है। वहीं, एक तिब्बती की टांडा में मौत हो चुकी है। अभी टांडा में उपचाराधीन कांगड़ा जिला के गंगथ से संबंधित एक मात्र कोरोना संक्रमित तब्लीगी के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। इनमें 22 तब्लीगी जमात से जुड़े हैं।
इसके अलावा ऊना जिला के तब्लीगी जमात के 13 लोगों में से डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज, अस्पताल टांडा में दाखिल तीन कोरोना से जंग जीत चुके हैं। उनके दोनों टेस्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी दी जा रही है। बाकी आठ कोरोना पॉजिटिव बद्दी और एक टांडा में दाखिल है। एक मामला आज नया आया है।
सोलन जिला के नालागढ़ से संबंधित तीन कोरोना पाजिटिव भी ठीक हो रहे हैं। उनकी प्रारंभिक रिपोर्ट कल नेगेटिव आई है। प्रोटोकॉल के अनुसार अब उनके सैंपल दोबारा चेक होंगे। अगर दूसरी बार भी रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उन्हें भी छुट्टी हो जाएगी। ये तीनों भी तब्लीगी जमात से जुड़े हैं और आईजीएमसी में भर्ती हैं। वहीं, बद्दी क्षेत्र से संबंधित चार कोरोना पॉजिटिव हिमाचल से शिफ्ट हो चुके हैं। यह पीजीआई में दम तोड़ने वाली बद्दी क्षेत्र के एक उद्योग के निदेशक की पत्नी के संपर्क वाले थे। अब पिछले कल इसी महिला के संपर्क में आए दो और लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। ये दोनों बद्दी के एक निजी अस्पताल के पैरामेडिकल स्टाफ के सदस्य हैं।
चंबा जिला के चारों कोरोना पॉजिटिव मेडिकल कालेज नेरचौक में दाखिल हैं। सिरमौर का एक कोरोना पॉजिटिव भी बद्दी में उपचाराधीन है। हिमाचल में दाखिल 21 तब्लीगी जमात के लोगों में ऊना से संबंधित तीन ठीक हो चुके हैं। सोलन के नालागढ़ से संबंधित तीन और कांगड़ा के गंगथ संबंधित एक की भी रिपोर्ट नेगेटिव हो चुकी है।