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Hospital से छुट्टी होने पर लाडले को याद कर फूट-फूट कर रोई Corona से जंग जीती महिला
संजीव कुमार/ गोहर। मंडी के सरकाघाट की कोरोना पॉजिटिव महिला (Corona positive woman) के ठीक होने के बाद आज अस्पताल से छुट्टी दे दी। महिला और उनके जेठ को घर भेज दिया गया है। अस्पताल से निकलने पर महिला को अपने ठीक होने की खुशी से ज्यादा अपने लाडले की मृत्यु का दुख था। एंबुलेंस (Ambulance) में जाने से पहले महिला अपने बेटे को याद कर फूट फूट कर रोई। मां को अपने पुत्र के लिए ऐसे विलाप करते देख वहां मौजूद लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। शायद हर कोई यही सोच रहा था कि भगवान ऐसा किसी के साथ ना करें और महिला को दुख सहने की शक्ति दे। महिला के बेटे की आईजीएमसी (IGMC) में मृत्यु हुई थी। युवक कोरोना पॉजिटिव था। कुदरत का यह कैसा खेल था कि अपनी कोख में 9 माह तक जिस बेटे को रखा अंतिम बार उसका मुंह भी नहीं देख पाई। शायद यह मलाल उस मां और बाप को पूरी उम्र रहेगा।
आईजीएमसी में हुई थी महिला के बेटे की मृत्यु
बता दें कि सरकाघाट की महिला के बेटे की मृत्यु आईजीएमसी शिमला में हुई थी। युवक कोरोना पॉजिटिव था। बचपन से किडनी रोग से ग्रस्त था। दिल्ली (Delhi) में इलाज करवाने आना जाना लगा रहता था। युवक दिल्ली से लौटा था। तबीयत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज नेरचौक रेफर किया गया था। नेरचौक से युवक को आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया। आईजीएमसी रेफर करने से पहले युवक का कोरोना सैंपल (Corona Sample) ले लिया गया था। आईजीएमसी में युवक ने दम तोड़ दिया। सैंपल की रिपोर्ट में पॉजिटिव पाया गया था। युवक के साथ गई उसकी मां और ताया को आईजीएमसी में ही आइसोलेट (Isolate) किया गया। जांच को सैंपल लिए गए। इसमें महिला पॉजिटिव पाई गई थी। युवक के ताया यानी महिला के जेठ नेगेटिव आए थे। महिला को कोविड सेंटर मशोबरा भर्ती किया गया था। साथ ही एतियातन रूप से महिला के जेठ को भी वहीं पर रखा था। 9 मई को दोनों को अभिलाषी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज चैकचौक शिफ्ट गया था। तब से महिला का उपचार यहीं चल रहा था।
फूलों की बारिश कर अभिलाषी से विदा किए दोनों
महिला और उनके जेठ जैसे ही अभिलाषी आयुर्वेदिक परिसर से निकले तो वहां मौजूद लोगों ने फूलों की बारिश की। इस अवसर पर एसडीएम गोहर (SDM Gohar) अनिल शर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी दिनेश ठाकुर, अभिलाषी यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉक्टर टी आर अभिलाषी, खंड स्वास्थ्य अधिकारी ज्ञान चंद व डॉक्टर ललित गौतम समेत उपमंडल के कई अधिकारी मौजूद रहे। जिला स्वास्थ्य अधिकारी दिनेश ठाकुर ने कहा कि कोरोना संक्रमित को 9 मई को मशोबरा शिमला से अभिलाषी इंस्टीट्यूट चैलचौक को शिफ्ट किया था।
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जेठ टेस्ट में भले ही नेगेटिव आए थे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें अपनी निगरानी में रखने के आदेश दिए थे। जिस कारण दोनों को अभिलाषी स्थित कोरोना समर्पित देखरेख को केंद्र में अलग-अलग वार्डों में क्वारंटाइन (Quarantine) रखा गया था। अब दोनों की सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीज महिला पूरी तरह से स्वस्थ है, जिस कारण उन्हें घर भेज दिया है। साथ ही महिला के जेठ भी स्वस्थ हैं। दोनों को अब अपने घर पर ही आगामी आदेशों तक क्वारंटाइन में रहेंगे।