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नई दिल्ली। भारत में जितनी तेजी से कोरोना (Corona) का प्रसार हो रहा है उतनी ही तेजी से कोरोना टीकाकरण के लिए नियम भी बदले जा रहे हैं। हाल ही में कोविशील्ड की दूसरी डोज की समयावधि बढ़ाकर 12 से 16 सप्ताह की गई थी। हालांकि कोवैक्सीन को लेकर ऐसे कोई भी नियम जारी नहीं हुए हैं। कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination New Guideline) के लिए लगातार जारी होने वाली नई गाइडलाइन (New Guideline) के कारण लोग भी कन्फ्यूजन की स्थिति में हैं। उधर, एक बार फिर कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर नई गाइडलाइन जारी हुई है। ऐसे में इस खबर में हम आपको बताएंगे कि कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) के लिए क्या नई गाइडलाइन जारी हुई।
कोरोना वैक्सीनेशन की गाइडलाइन (Vaccination New Guideline) को लेकर लोग सबसे ज्यादा कन्फ्यूज रहते हैं। ऐसे में आपको बिंदुवार हम बताएंगे कि आखिर कोरोना वैक्सीनेशन लेकर क्या नई गाइडलाइन जारी की गई है। सबसे ज्यादा लोगों के सवाल यह रहते हैं कि कोई कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के बाद पॉजिटिव हो जाए तो उसे कब कोरोना का टीका लगवाना चाहिए। ऐसे में इस बाबत भी नई गाइडलाइन में चीजें साफ कर दी गई है।
1. कोरोना संक्रमित व्यक्ति को ठीक होने के तीन महीने बाद कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।
2. यदि किसी व्यक्ति को SARS-2 COVID-19 हुआ था और उस व्यक्ति को SARS-2 मोनोक्लोनल एंटीबॉडी (Monoclonal Antibodies) या फिर प्लाज्मा दिया गया है, उन्हें भी अस्पताल से डिस्चार्ज होने के दिन से तीन महीने बाद ही कोरोना का टीका लगाया जाएगा।
3. ऐसे व्यक्ति जिन्हें कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है, लेकिन दूसरी डोज से पहले वो कोरोना संक्रमित हो जाते हैं। ऐसे व्यक्तियों को वैक्सीन की दूसरी डोज रिकवर होने के 3 महीने दी जानी चाहिए।
4. किसी बीमारी से अस्पताल में भर्ती किसी मरीज या आईसीयू देखभाल की आवश्यकता वाले किसी भी गंभीर बीमारी वाले व्यक्ति को भी कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए 4 से 8 सप्ताह तक रुकना होगा।
5. सरकार द्वारा नए निर्देशों में कहा गया है कि कोई व्यक्ति कोरोना वैक्सीन लेने के 14 दिनों के बाद रक्तदान करवा सकता है।
6. कोरोना से पीड़ित होने पर RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट आने पर व्यक्ति रक्तदान कर सकता है।
7. सभी स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए कोरोना वैक्सीन की सिफारिश कर दी गई है। ध्यान रहे यहां सिफारिश शब्द का इस्तेमाल किया गया है।
8. कोई व्यक्ति जो कोरोना का टीका लगवा रहा है उसे कोरोना टीकाकरण से पहले रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) की जरूरत नहीं है।
आपको बता दें कि नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन (NEGAVC) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में नई सिफारिशें की थीं। दरअसल ये सिफारिशों को कोरोना महामारी की उभरती स्थिति और वैश्विक वैज्ञानिक साक्ष्य और अनुभव पर आधारित हैं। इन पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी मुहर लगा दी है।
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