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Corona इन India: भारत में संक्रमितों की संख्या 1500 से पार, अबतक 41 की मौत
Last Updated on March 31, 2020 by
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस का कहर जारी है। पूरे देश में संक्रमितों की संख्या 1500 से ज्यादा हो गई है, जबकि 41 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। कोरोना से सबसे अधिक महाराष्ट्र प्रभावित है। यहां अब तक 200 से ज्यादा केस आए हैं, जिसमें 10 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र के अलावा केरल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत 20 से अधिक राज्यों में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है। कोरोना के कारण देश पूरा लॉकडाउन है। वहीं, आज लॉकडाउन का सातवां दिन है, लेकिन अभी भी मजदूरों का पलायन नहीं रूक रहा है।
इससे पहले इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने मंगलवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि भारत में कोरोना वायरस के अब तक 42,788 टेस्ट किए गए हैं और इन टेस्ट में सोमवार को किए गए 4,346 परीक्षण भी शामिल हैं। आईसीएमआर से जुड़े रमन आर गंगाखेडकर ने बताया कि कल 399 कोरोना मरीज़ों के टेस्ट प्राइवेट लैब में हुए। इस दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार को बताया कि भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 227 नए मामले सामने आए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मामलों में बढ़ोतरी ‘कुछ इलाकों में लोगों के असहयोग’ की वजह से देखी जा रही है। सोमवार को भारत में 92 नए मामले सामने आए थे। उन्होंने आगे बताया कि आज की तारीख में कोरोना वायरस संक्रमण का 1 भी केस मिलता है, वह भी भारत सरकार के लिए हॉटस्पॉट है। उन्होंने कहा, ‘उस हॉटस्पॉट में भी अगर ज़्यादा मामले मिलते हैं तो संक्रमण को रोकने के लिए हमारा ऐक्शन उतना ही बढ़ जाता है।’ लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना के बाबत पीएम मोदी ने दुनियाभर में मौजूद भारत के राजदूतों से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की है। कोरोना के लेकर आज ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की भी बैठक आयोजित की गई जिसमें कोविड-19 डेडिकेटेड अस्पतालों को जल्द से जल्द फंक्शनल बनाने पर चर्चा की गई।
उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय ने देश में रसद वस्तुओं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए दक्षिण कोरिया, तुर्की और वियतनाम के आपूर्तिकर्ताओं को आइडेंटिफाई किया है। N95 मास्क की आपूर्ति बढ़ाने के लिए डीआरडीओ स्थानीय निर्माताओं के साथ मिलकर काम कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार ने जिलाधिकारियों, नगर निगमों और पुलिस को महामारी रोग अधिनियम के तहत उन मामलों की जांच करने का आदेश जारी किया है, जहां मकान मालिक डॉक्टरों और नर्सों को कमरा खाली करने के लिए मजबूर कर रहे हैं।