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Coronavirus: थाईलैंड ने किया इलाज खोजने का दावा, ये व्हिस्की-शहद पीकर ठीक हुआ!
Last Updated on February 3, 2020 by
नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) ने चीन समेत अब पूरी दुनिया को परेशानी में डाल रखा है। पूरी दुनिया में 17387 लोग इस बीमारी की चपेट में हैं। और खबर लिखे जाने तक 362 लोगों की मौत इस वायरस की वजह से हो चुकी है। इस सब के बीच दुनिया भर के तमाम बड़े देश कोरोनावायरस (Coronavirus) की दवा खोजने के प्रयास में जुटे हुए हैं। वहीं थाईलैंड की सरकार कोरोनावायरस का इलाज खोजने का दावा किया है, जिसे देने के बाद एक मरीज 48 घंटे में ही ठीक हो गया। वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले एक शख्स ने दावा किया है कि वह वुहान के एक हॉस्पिटल में भर्ती जरूर हुए, लेकिन बिना दवा खाए उन्होंने खुद का इलाज किया। इस शख्स की मानें तो उन्होंने व्हिस्की और शहद पीकर खुद को जानलेवा बीमारी से बचा लिया।
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पहला मामला- थाईलैंड के डॉक्टरों ने बनाई नई दवा
थाईलैंड (Thailand) की सरकार द्वारा किए गए दावे के मुताबिक उनके देश के थाईलैंड के डॉक्टरों ने कुछ दवाओं को मिलाकर नई दवा बनाई है, जिसे देने के बाद एक मरीज 48 घंटे में ही ठीक हो गया। एक डॉक्टर ने बताया कि हमने लैब में इस दवा का परीक्षण किया तो हमें इसके बेहद सकारात्मक रिजल्ट मिले। इसने 12 घंटों में ही मरीज को राहत पहुंचा दी। 48 घंटे में तो मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुका है। कोरोनावायरस (Coronavirus) के इलाज के लिए हमने एंटी-फ्लू ड्रग ओसेल्टामिविर को HIV के इलाज के लिए उपयोग में लाई जाने वाली लोपिनाविर और रिटोनाविर से मिलाकर नई दवा बनाई है।
दूसरा मामला- व्हिस्की-शहद पीकर ठीक हुआ
कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले एक शख्स ने दावा किया है कि उन्होंने व्हिस्की और शहद (whiskey-honey) पीकर खुद को जानलेवा बीमारी से बचा लिया। हालांकि, किसी डॉक्टर ने स्वतंत्र रूप से उनके दावे की पुष्टि नहीं की है। वेल्स के रहने वाले टीचर कोनोर को वुहान में कोरोना वायरस से संक्रमण हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक, वे कोरोना से संक्रमित होने वाले पहले ब्रिटिश नागरिक हैं। शख्स ने बताया कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद मैंने इनहेलर का इस्तेमाल किया और हॉट व्हिस्की में शहद मिलाकर काफी पीया। यह इलाज का पुराना तरीका है और मुझे लगता है कि यह ट्रिक काम कर किया। मैंने डॉक्टर के बताए एंटिबायोटिक्स नहीं लिए। बाद में कोनोर को झोंगनान यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई।