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इस बार #Panchayat Election नहीं लड़ेगी देश की सबसे युवा सरपंच जबना चौहान
Last Updated on December 27, 2020 by Sintu Kumar
मंडी। वर्ष 2016 के पंचायत चुनावों( Panchayat Elections)में मात्र 22 वर्ष की आयु में जीत हासिल करके देश की सबसे युवा सरपंच का खिताब अपने नाम करने वाली जबना चौहान इस बार पंचायत चुनाव नहीं लड़ेगी। जबना चौहान ने ओरिएंटल फाउंडेशन ( Oriental Foundation) के नाम से एनजीओ( NGO)बनाई है और उसी एनजीओ के माध्यम से जनसेवा करने का निर्णय लिया है। बता दें कि जबना चौहान मंडी जिला के सराज क्षेत्र के तहत आने वाली थरजून पंचायत के केलोधार गांव की रहने वाली है। 2016 में जबना चौहान थरजून पंचायत से बतौर पंचायत प्रधान चुनकर आई थी। उस वक्त जबना की आयु मात्र 22 वर्ष की थी और वह देश की सबसे कम उम्र की महिला सरपंच के रूप में जानी गई। जबना चौहान ने इस बार पंचायत चुनाव न लड़ने की पुष्टि की है।
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जबना ने बताया कि वह एनजीओ के माध्यम से जनसेवा करना चाहती हैं। उन्होंने अपनी पंचायत थरजून में स्वच्छता और नशाबंदी के प्रति लोगों को जागरूक करने के जो प्रयास किए उसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है। पंचायत में कई अहम विभागों के कार्यालय खुलवाए और मनरेगा सहित अन्य प्रकार के माध्यम से फंड लाकर पंचायत के विकास को एक नई दिशा देने का प्रयास किया। जबना के अनुसार उन्हें सबसे युवा सरपंच के नाते देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों में जाकर अपनी बात रखने का मौका मिला जोकि उनके लिए गर्व की बात है। बता दें कि ग्राम पंचायत थरजून में प्रधान पद इस बार भी महिला आरक्षित है। लेकिन जबना चौहान ने पंचायत चुनावों से पूरी तरह से किनारा कर लिया है।