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ऊना। कांगड़ा केंद्रीय कोऑपरेटिव बैंक (KCCB) लिमिटेड गगरेट पंजावर व गोंदपुर बनेहड़ा की शाखाओं में श्रृंखलाबद्ध तरीके से हुए पॉली हाउस लोन घोटाले ( Polyhouse loan Scam) में विजिलेंस ऊना ने गिरफ्तार किये 3 लोगों को मंगलवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने तीनों आरोपियों को दो दिन के रिमांड (Remand) पर भेज दिया है। गौरतलब है कि मार्च 2020 में केसीसी बैंक के द्वारा इन घोटालों की जांच के लिए विजिलेंस को एक शिकायत पत्र सौंपा था। जिस पर जांच शुरू करते हुए विजिलेंस ने बैंक की गगरेट ब्रांच द्वारा जारी फर्जी लोन मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज करके सोमवार को 3 गिरफ्तारियां की थी। इसमें पोली हाउस घोटाला श्रृंखला का मास्टरमाइंड कुलदीप चंद शामिल है।
विजिलेंस (Vigilance) के एएसपी सागर चंद्र शर्मा ने बताया 16 मार्च, 2015 को केसीसी की गगरेट ब्रांच से पॉलीहाउस का 15 लाख का लोन फर्जी तरीके से बलविंदर सिंह निवासी कुठेड़ा जसवालां के नाम जारी किया गया था। उसी दिन इस लोन का 11 लाख 26 हजार रुपया मैनेजर व कुलदीप चंद्र की मिलीभगत से मदन लाल निवासी प्रताप नगर तहसील अंब के खाते में डाल कर निकाल लिए गए। इसके बाद 31 मार्च, 2015 को बचा हुआ 3.74 लाख रुपया भी दिनेश कुमार निवासी कुठेड़ा जसवालां के खाते में डाल कर गबन कर लिया गया। जबकि बलविंदर सिंह को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई और ना ही पॉलीहाउस बनाया गया। उसके नाम का 15 लाख का लोन गबन कर दिया गया जो कि करीब 23 लाख रुपया उसके नाम से खड़ा है। कुलदीप चंद व मैनेजर ने बलविंदर सिंह के नाम से एक और लोन 5 लाख रुपए का केसीसी बैंक की शाखा गोंदपुर बनेहड़ा में फर्जी तरीके से शटरिंग खरीदने के नाम पर जारी करके गबन कर दिया। इसके बारे में भी बलविंदर सिंह को बाद में पता चलाए जब उसे बैंक से नोटिस आने लगे। जिसके चलते विजिलेंस ने इस लोन घोटाले के मास्टरमाइंड कुलदीप चंद्र के साथ ही मदन लाल तथा दिनेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया है। विजिलेंस के एएसपी सागर चंद्र शर्मा ने बताया कि केस दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है।
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