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Covid-19: भारत में शुरू हुआ चार आयुष दवाओं का ट्रायल, स्वास्थ्य मंत्री ने बताया ‘ऐतिहासिक’
Last Updated on May 7, 2020 by
नई दिल्ली। भारत में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद की चार दवाइयों का ट्रायल कोरोना मरीजों पर शुरू कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Dr. Harshvardhan) ने बताया कि देश में आयुष मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा विकसित आयुष दवाओं (Ayush medicines)- अश्वगंधा, यष्टिमधु, गुडुची पिपाली और आयुष-64 का आईसीएमआर के तकनीकी सपोर्ट के साथ व्यापक क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो गया है। उन्होंने कहा, ‘इसका ट्रायल अधिक जोखिम वाले क्षेत्रों में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों पर किया जा रहा है।’
Together with my colleague Union AYUSH Minister Shri @shripadynaik ji, I will launch three inter-disciplinary studies involving AYUSH interventions for the #COVID-19 situation. These trials are being done jointly by @ICMRDELHI , @CSIR_IND & @moayush . pic.twitter.com/nVlUXUF5VX
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 7, 2020
इस कदम को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि CSIR, ICMR के तकनीकी सहयोग से इसका ट्रायल किया जा रहा है और आयुर्वेदिक दवाओं की श्रेष्ठता आधुनिक तरीके से साबित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बहुत बड़े सैंपल साइज पर हम स्टडी कर रहे हैं जो क्वारंटाइन में हैं या हाई रिस्क पापुलेशन है। इसमें सैंपल साइज 5 लाख का है। पीएम मोदी ने इम्युनिटी को लेकर जो सलाह आयुष मंत्रालय की दवाई को लेकर दी, उसका असर असेसमेंट 50 लाख लोगों पर कर रहे हैं। चारों दवाई आयुर्वेद की हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिस तरह कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर पूरी दुनिया में जंग जैसी स्थिति है, उस बीच भारत में ऐतिहासिक काम शुरू हुआ है।