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कोविड ने किया था बेहाल, अब 24.13 सेकेंड में जीता 200 मीटर का मेडल
वी. कुमार/मंडी। मंडी जिले के पंडोह (Pandoh Mandi) के साथ लगते बैला गांव की 21 वर्षीय कुसुम ठाकुर के फेफड़ों को कोविड (Covid 19) ने खोखला कर दिया था। फेफड़ों में पानी भर जाने से पूरे दो साल वे दौड़ नहीं पाईं। बीते एक साल में लगातार 6 से 7 घंटे की प्रैक्टिस का नतीजा यह निकला कि कुसुम ने भुवनेश्वर में आयोजित इंटर यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स चैंपियनशिप (Inter University Atheletics Championship) में गोल्ड मेडल जीता है। कुसुम ने 200 मीटर की दौड़ सिर्फ 24.13 सैकेंड में पूरी की। वे केवल एक सेकेंड से राष्ट्रीय रिकार्ड चूक गईं।
इतने समय में दौड़ पूरी करने वाली पहली महिला
अब कुसुम हिमाचल की इकलौती महिला एथलीट (Only Women Athelete Of Himachal Pradesh) बन गई हैं जिसने इस दौड़ को इतने कम समय में पूरा किया है। इंटर यूनिवर्सिटी की चैंपियनशिप 26 से 29 दिसंबर तक उड़ीसा के भुवनेश्वर में आयोजित की गई थी। कुसुम के पिता डोलू राम देव बन्युरी के पुजारी हैं। कुसुम वल्लभ कालेज मंडी में सेकेंड ईयर की स्टूडेंट हैं।
फेफड़ों में भरा पानी, लेकिन हार नहीं मानी
कुसुम ने चौथी कक्षा में भाई हरीश चंद्र के साथ दौड़ना शुरू किया था। 19 साल की उम्र में कोविड से उसके दोनों फेफड़ों में पानी (Lungs Infected) भर गया था। चिकित्सकों ने दौड़ने से साफ मना कर दिया था। वह दो साल तक दौड़ नहीं पाई। दिसंबर 2022 में फिर से दौड़ना शुरू किया और रोजाना 6 से 7 घंटे की प्रैक्टिस करती रही। कुसुम ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, शिक्षकों, कोच और भाई हरीश चंद्र को दिया है। अब कुसुम का चयन खेलो इंडिया (Khelo India) के लिए भी हो गया है। लेकिन कुसुम का लक्ष्य एशियाई खेलों में पदक हासिल करने का है।